सोनी चौहान
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने विश्वविद्वालय के कॉलेजों में अध्ययनरत तमाम मेधावी छात्रों का दिल जीत लिया है। सेमेस्टर परीक्षाओं को नकल विहीन आयोजित कराने से छात्रों में कुलपति की कार्यशैली को लेकर एक विश्वास की भावना प्रबल हुई है। वही विश्वविद्वालय के अच्छे दिनों की शुरूआत भी हो गई है। छात्रों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेंगा तथा छात्रों को शिक्षा के लिए बेहतर अवसर प्रदान होंगे।
बताते चले कि पूर्व में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगे थे। परीक्षाओं में नकल होना एक सामान्य बात बन गई थी। नकल करने वाले छात्रों में जहां उत्साह बना रहता था वही अध्ययनरत रहने वाले छात्र हतोउत्साहित होते है। मेधावी छात्रों में निराशा का भाव उत्पन्न होता था। इसी बीच कुलपति डॉ पीपी ध्यानी को विश्वविद्यालय की बागडोर संभालने का अवसर दिया गया। कुलपति डॉ ध्यानी ने विश्वविद्यालय हित में कार्य किए तो छात्रों का विश्वास उनके प्रति बढ़ने लगा। जिसके चलते मेधावी छात्रों ने कुछ गोपनीय पत्र कुलपति डॉ ध्यानी को दिए और नकल कराने वाले कॉलेजों के नामों की सूची भी भेजी। इन गोपनीय पत्रों का संजीदगी से संज्ञान लेते हुए कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने नकलविहीन परीक्षाओं को संपन्न करवाने का संकल्प किया और मेधावी छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए नकल कराने वाले कॉलेजों पर सख्त कदम उठाये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कॉलेजों में नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए। डॉ पीपी ध्यानी स्वयं भी पहाड़ी और मैदानी परीक्षा केन्द्रों में जाकर, यहां तक कि पैदल चल कर भी औचक निरीक्षण करने पहुंचे। जहां— जहां जिन—जिन परीक्षा केंद्रों में अनियमितायें पाई गई उनके खिलाफ तत्काल एक्शन लिया गया। उन परीक्षा केन्द्रों को तुरन्त निरस्त किया गया। उड़नदस्तो एव विशेष टीमों के द्वारा नकल करने वाले छात्रों को रिस्टीकेट किया गया। इससे नकलचियों और नकल माफियाओं में हडकंप मचा हुआ है। नकल माफियओं का तंत्र नष्ट हो रहा है।
बतादे कि डॉ पीपी ध्यानी योग्यता पर अयोग्यता को किसी भी हालत में हावी होने देना नही चाहते है। इसी ध्येय को लेकर वह मेधावी छात्रों के हितों में कार्य कर रहे है। डॉ पीपी ध्यानी एक प्रख्यात शिक्षाविद, वैज्ञानिक और कुशल प्रशासक है। जिन्होंने विगत 35 वर्षो से शिक्षा व सामाजिक क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किए है। 1 दिसंबर 2019 को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति का पद ग्रहण करने के बाद से डॉ पीपी ध्यानी ने विश्वविद्यालय की अकादमिक एवं प्रशासनिक छवि में जबरदस्त सुूधार लाने की दिशा में कई बेहतरनीय कदम उठाए है। संभावना दिखाई पड़ रही है कि आगामी दिनों में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय देश के एक अग्रणी विश्वविद्यालय की श्रेणी में खड़ा हुआ दिखाई दे।