नवीन चौहान.
गाम समाज की भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर चल रहे विवाद के बीच उस वक्त हंगामा हो गया जब दो गांव के प्रधान इस मुददे पर बैठक कर रहे थे। बैठक में हंगामा होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए दो गांव के प्रधानों को सरकारी जीप में बैठाकर अपने साथ ले जाने लगी। पुलिस की इस कार्रवाई का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए पथराव कर दिया।
पथराव की सूचना मिलने पर एसएसपी अजय सिंह स्वयं पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा करने वालों से सख्ती से निपटने की बात कही। पुलिस के मुताबिक थाना खानपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम शेरपुर बेला व माडाबेला के ग्रामीणों के मध्य ग्राम समाज की भूमि के कब्जे को लेकर चल रहे विवाद पर पूर्व में थाना स्तर से 107/116 द०प्र०सं० की कार्यवाही कर रिपोर्ट माननीय न्यायालय प्रेषित की गई थी। उपजिलाधिकारी द्वारा अविलंब ग्रामीणों को जमीन की पैमाइश हेतू प्रशासनिक टीम गठित करने को निर्देशित किया गया था।
उक्त जमीनी विवाद को लेकर बुधवार 14-12-22 को ग्राम प्रधान पति शेरपुरबेला सुखदेव द्वारा पुलिस/प्रशासन को सूचित किये बिना जमीन पर कब्जे को लेकर स्थानीय ग्रामीणों के साथ अपने घर पर मीटिंग रखी गई। इस मीटिंग के दौरान विवाद की स्थिति उत्पन्न होने की सूचना पर पुलिस टीम के मौके पर पहुंचकर विवाद की स्थिति को रोकने के लिए दोनों गांव के ग्राम प्रधानों को थाने लाने के लिए सरकारी वाहन में बिठाया गया तो शेरपुरबेला गांव के ग्रामीणों के द्वारा एकदम एक राय होकर पुलिस टीम पर हमला व पथराव कर सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तथा अनियंत्रित स्थिती को कंट्रोल करते हुए थानाध्यक्ष खानपुर को उपद्रवी तत्वों के साथ सख्ती से निपटते हुए नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।