छूट मिली तो मौनी अमावस्या पर उमड़ी हरिद्वार में स्नानार्थियों की भीड़, दोपहर तक कम हो गई संख्या




जोगेंद्र मावी
मौनी अमावस्या पर स्नानार्थियों से हरिद्वार में गंगा घाटों के साथ बाजार में पूरी रौनक रही। अच्छी खासी भीड़ होने से व्यापारियों में उत्साह रहा। भीड़ जिला प्रशासन की ओर से पंजीकरण कराने और आईसीएमआर की रिपोर्ट की बाध्यता को समाप्त करने के बाद हुई।
मौनी अमावस्या के स्नान पर कुंभ—2021 के लिए जारी हुई एसओपी के तहत स्नानार्थियों को हरिद्वार में आने के लिए आईसीएमआर की कोविड—19 की रिपोर्ट के साथ और कुंभ मेला की वेबसाइट पर पंजीकरण की बाध्यता लागू कर दी थी। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने स्नान की एसओपी को लागू करते हुए पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश दिए कि नियम कड़ाई से लागू होने चाहिए। इसे लेकर हरिद्वार के व्यवसायी और तीर्थ पुरोहितों की उम्मीद टूट गई थी कि जब स्नान पर्वों पर स्नानार्थी हरिद्वार नहीं आएंगे तो उनका व्यवसाय कैसे चलेगा। बुधवार को श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा और महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने माघ महीने के स्नानों को कुंभ से बाहर बताते हुए आईसीएमआर की रिपोर्ट और पंजीकरण की व्यवस्था का विरोध किया। हालांकि बुधवार की देर शाम को जिला प्रशासन ने मौनी अमावस्या के स्नान पर लगाई शर्तों को हटा दिया। इससे बृहस्पतिवार की सुबह से मौनी अमावस्या के स्नान पर स्नानार्थियों की भारी भीड़ उमड़ी। हरकी पैड़ी, मालवीय घाट, सुभाष घाट से लेकर तमाम घाटों पर स्ना​नार्थियों ने डुबकी लगाई। तीर्थ पुरोहित नितिन कौशिक ने बताया कि सुबह ज्याद भीड़ रही, लेकिन दोपहर होने तक भीड़ कम हो गई।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *