नवीन चौहान.
हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और युवा आईएएस अंशुल सिंह की दूरदर्शी सोच और अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि हरिद्वार में पिछले 100 दिन में रिकार्ड कार्य किये गए। फ्लोई ओवर के नीचे स्पोर्टस जोन बनाने की अनूठी पहल कर बच्चों को खेलने के लिए सुपुर्द कर दिया गया। जबकि शहर के सौंदर्यीकरण की दिशा में कई अभूतपूर्व कार्य किए गए। इसी के साथ स्टेडियम और स्पोर्टस कांप्लेक्स के अलावा कई अन्य विकास कार्य गतिमान है। प्राधिकरण के द्वारा कराए गए विकास कार्यो का लोकापर्ण करने आए केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी भी अंशुल सिंह की दूरदर्शी और विकास परक सोच की सराहना करते दिखाई दिए। अंशुल सिंह की सोच को चरितार्थ करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निभाई। उन्होंने अंशुल सिंह के द्वारा तैयार किये प्रोजेक्ट को देखते ही पसंद किया और निर्माण कार्यो को स्वीकृति प्रदान कर धरातल पर उतारने की पहल करायी।
इन कार्यों से न केवल हरिद्वार की खूबसूरती को चार चांद लगे हैं बल्कि एक नई दिशा भी मिली है। प्राधिकरण द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों और सौंदर्यीकरण की हर की कोई तारीफ कर रहा है। सब कुछ ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में हरिद्वार में और भी इस तरह के कई बड़े प्रोजेक्ट देखने को मिलेंगे।
हरिद्वार विकास प्राधिकरण को पहली बार जब युवा आईएएस अंशुल सिंह के रूप में उपाध्यक्ष मिला तो प्राधिकरण के विकास कार्य धरातल पर नजर आने लगे। अभी तक नक्शा पास करने और अवैध निर्माणों पर सीलिंग की कार्रवाई करते हुए नजर आने वाला हरिद्वार विकास प्राधिकरण हरिद्वार के विकास कार्यो में की दिशा में आगे बढ़ गया। हरिद्वार विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह के निर्देशों पर प्राधिकरण की टीम ने एक ओर तो अवैध निर्माणों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया।
वही जनता को मानचित्र की स्वीकृति के लिए प्राधिकरण की सीढ़ियां चढ़ने से निजात दिलाने के लिए उदय एप्प लांच किया। वही प्राधिकरण की ओर से गरीबों को निशुल्क आर्किटेक्ट की सुविधा तक प्रदान की। वही दूसरी ओर उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने हरिद्वार के सौंदर्यीकरण में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। हरिद्वार के रोड़ीबेलवाला में वाहनों की समस्या को दूर करने के लिए पार्किंग और बच्चों के खेल प्रतियोगिताओं के लिए स्पोर्टस जोन विकसित करने की ठान ली। उन्होंने हरिद्वार की जनता की सुविधाओं के लिए तमाम प्रोजेक्ट को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष प्रस्तुत किया। और स्वीकृति मिलने के बाद मानकों के अनुरूप पर निर्माण कार्यो को पूरा कराया। हालांकि कुछ बड़े कार्य चल रहे है।
पिछले सौ दिन में हरिद्वार प्राधिकरण ने करीब के 409.00 लाख के विकास और सौन्दर्यीकरण के कार्याें को समय से पूरा कराकर इतिहास रचा है। इन कार्यों से हरिद्वार की खूबसूरती में चार चांद लगे हैं। देश और दुनिया से आने वाले तमाम पर्यटकों के
लिए भी यह कार्य आकर्षण का केंद्र बन गये हैं।
युवा आईएएस अंशुल ने जब से हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण की कमान संभाली है तब से वह नए नए प्रोजेक्ट तैयार कर उनको धरातल पर उतारने में जुटे हैं। इसी के तहत उन्होंने भारत सरकार के खेलो इंडिया प्रोगाम को बढ़ावा देने और युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए हरिद्वार में शंकराचार्य चौक के समीप भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग के फ्लाई ओवर के नीचे रिक्त भूमि को स्पोर्ट्स जोन के रूप विकसित कराया। साथ ही पार्किंग व्यवस्था भी करायी। इस प्रोजेक्ट पर करी 235 लाख रूपये खर्च हुए।
हरिद्वार में ऊँची शिव मूर्ति के समीप केबल ब्रिज पर डाइनैमिक/ स्थाई फसाड प्रकाश सौन्दर्यीकरण का कार्य किया गया है, जिससे हरकी पैड़ी से सायं को माँ गंगा जी की आरती के समय रोशनी की अलग ही छटा यहां बिखरती है। यह कार्य भी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी है। इस कार्य की लागत करीब 174.00 लाख रूपये है।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने निर्माण कार्यो की गुणवत्ता के लिए कई बार खुद औचक निरीक्षण किए। कार्यस्थल पर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जबकि प्राधिकरण के सचिव उत्तम सिंह चौहान तमाम निर्माण कार्या को पूरा करने में उपाध्यक्ष अंशुल सिंह के साथ कदमताल करते नजर आए।
यही कारण है कि हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण की छवि अब जनता की नजरों में बदल चुकी है। भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुका प्राधिकरण अब हरिद्वार के विकास और सौंदर्य की पटकथा तैयार करता हुआ दिखाई पड़ रहा है।