उत्तराखंड पुलिस की नौकरी से मोह हो रहा भंग, दूसरी नौकरी में आवेदन कर रहे पुलिसकर्मी
नवीन चौहान.
उत्तराखंड पुलिस के कई जवानों का दिल पुलिस की नौकरी में नहीं लगता है. इसके चलते वह दूसरी सरकारी नौकरी की तलाश में जुट गए हैं. लेखपाल और वन दरोगा की भर्ती के लिए आवेदन किया है. नई नौकरी की तलाश में जुटे पुलिस कर्मियों की छुट्टी स्वीकृत कर ली गई है.
इसे नौकरी का दबाव कहें या अधिकारियों की डांट डपट, लेकिन ये बात यही है कि उत्तराखंड पुलिस में तैनात पुलिसकर्मी अब इस नौकरी से उब गए हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्यों कि पुलिस की नौकरी छोड़कर पुलिसकर्मी दूसरे विभाग की सरकारी नौकरी में वह अपना भाग्य अजमा रहे हैं।
पुलिस की नौकरी छोड़ने को जो कर्मचारी तैयार हैं उनमें युवाओं की संख्या अधिक है। यानि जल्द ही उनका पुलिस की नौकरी से मोहभंग हो रहा है। जानकारों की मानें तो पुलिस की नौकरी सबसे अधिक चुनौती भरी होती है। पुलिस कर्मियों को दिनरात नौकरी पर डटे रहना होता है। त्यौहारों पर पुलिस कर्मियों को छुटटी नहीं मिलती। जनता शांति के साथ अपने त्यौहार मना सके इसलिए पुलिस कर्मी डयूटी पर रहते हैं। होली दीवाली जैसे त्यौहार भी अधिकतर पुलिसकर्मी अपने परिवार के साथ नहीं मना पाते।
इसके बावजूद अधिकारियों की नाराजगी, डांट डपट का भी तनाव पुलिस कर्मियों को झेलना पड़ता है। अपने अधिकारी को अपने काम से संतुष्ट करना सबसे अधिक चुनौती भरा होेता है। जरा सी गलती के लिए भी पुलिस कर्मियों को लंबी डांट सहनी पड़ती है। शायद यही सब कारण है कि अब पुलिस की नौकरी छोड़कर लोग दूसरी नौकरी करना चाहते हैं।
हाल ही में प्रदेश सरकार ने कई सरकारी विभागों में रिक्तियां निकाली हैं। इनमें वन दरोगा और लेखपाल की भर्ती भी है। नई रिक्तियों में बेरोजगार युवकों ने तो आवेदन किया ही है साथ ही चौंकाने वाली बात ये है कि पुलिस विभाग में कार्यरत 65 पुलिसकर्मियों ने भी इन रिक्तियों के लिए आवेदन किया है।