ग्राम विकास अधिकारी दिनेश सैनी के कारनामों की फाइल में तमाम अनियमिता, सीएम तक शिकायत और डीएम का सख्त एक्शन, देंखे वीडियो





नवीन चौहान

ग्राम विकास अधिकारी दिनेश सैनी गरीब परिवारों से रिश्वत ले रहा था। गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहुंचाने के लिए लगातार दबाब बना रहा था। आरोपी दिनेश सैनी ने 46 अपात्र परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहुंचाने के लिए अनियमिता बरती। जिसके संबंध में पीड़ितों की ओर से मुख्यमंत्री हेल्प लाइन को शिकायत तक भेजी गई। लेकिन जिलाधिकारी सी रविशंकर के पास जब ग्राम विकास अधिकारी के कृत्य का वीडियो पहुंचा तो उन्होंने तत्काल निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। हालांकि 20 दिसंबर 2020 को सीएम हेल्प लाइन में भेजी गई शिकायत पर जिलाधिकारी सी रविशंकर ने तत्काल जांच भी बैठा दी थी। 23 दिसंबर 2020 को जांच रिपोर्ट में सामने आया कि 51 परिवारों में से 46 परिवार अपात्र पाए जाने की पुष्टि हो गई थी। लेकिन जिलाधिकारी सी रविशंकर ग्राम विकास अधिकारी दिनेश सैनी के कारनामों के सबूतों को गोपनीय स्तर पर पूरा करने में जुटे थे। ऐसे में उनके पास रिश्वत लेते हुए वीडियो पहुंच गई।
बताते चले कि जिलाधिकारी सी रविशंकर केंद्र और राज्य सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने के लिए संजीदगी से कार्य कर रहे है। वह लगातार समीक्षा बैठक में पीड़ितों को योजनाओं का लाभ देने के लिए निर्देशित करते है।
डीएम भ्रष्टाचार के मामलों में भी सख्त एक्शन लेते है। हरिद्वार जनपद में बीते दिनों कई विभागीय अधिकारियों पर गाज गिर चुकी है। ग्राम विकास अधिकारी से पूर्व भी लालढां्ग में एक व्यक्ति पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहुंचाने के लिए पैंसा लेने का मामला जिलाधिकारी तक पहुंचा था। वही मनरेगा में रोजगार देने के मामले में भ्रष्टाचार पर एक अधिकारी पर गाज गिरी थी। लेकिन ग्राम विकास अधिकारी दिनेश सैनी के प्रकरण में खंड विकास अधिकारी बहादराबाद ने पूरी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की और तमाम आरोपों की पुष्टि हो गई। जिसके बाद आरोपी ग्राम विकास अधिकारी दिनेश सैनी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की गई। आरोपी ने नसीरपुर कलां गांव में 46 अपात्र परिवारों से धन उगाही कर रहा था। जिसके संबंध में पीड़ितों ने रिश्वत लेने का एक वीडियो बनाकर जिलाधिकारी सी रविशंकर को भेजा था। जबकि मुख्यमंत्री हेल्प लाइन को भेजी गई शिकायत के बाद जब जांच कराई गई तो पाया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतगर्त 51 में से महज पांच परिवार ही पात्र थे। जबकि 46 अपात्र परिवारों को लाभ पहुंचाने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही थी। इसके अलावा ग्राम विकास अधिकारी दिनेश सैनी ने अपने उच्चाधिकारियो के आदेशों की भी अवहेलना की पुष्टि हुई। विकास खंड बहादराबाद के अंतगर्त ग्राम पंचायत कुंहारी, नसीरपुर कलां, शिवनगर, गाजीवाली में आंगनबाड़ी भवनों को समय से पूर्ण ना करने के भी गंभीर आरोपों की पुष्टि हुई। फिलहाल जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह चौहान ने ग्राम विकास अधिकारी दिनेश सैनी को निलंबित करते हुए विकास खंड कार्यालय नारसन से संबंद्ध कर दिया है।



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