DPS में धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया वार्षिकोत्सव




नवीन चौहान.
दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर ने अपना वार्षिकोत्सव पर्व बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया। स्कूली बच्चों ने जहां अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा की झलक दिखलाकर सभी का मन मोह लिया। वही स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ अनुपम जग्गा ने शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान के अनवरत प्रयासों से सभी को प्रेरित किया। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीपीएस सोसाइटी के अध्यक्ष वीके शुंगलू ने डीपीएस की ​सफलता में नए आयाम स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए प्राइमरी विंग के नवनिर्मित भवन, प्लेस्टेशन तथा बास्केटबॉल ग्राउंड का उद्घाटन किया तथा स्विमिंग पूल का शिलान्यास किया।

शुक्रवार की संध्या बेला में बीएचईएल के मुख्य सभागार में दिल्ली पब्लिक स्कूल, रानीपुर का वार्षिकोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय के होनहार छात्रों ने स्वागत गीत से उपस्थितजनों का अभिनंदन किया। प्रधानाचार्य डॉ अनुपम जग्गा ने मुख्य अतिथि डीपीएस सोसाइटी के अध्यक्ष वीके शुंगलू एवं मधु शुंगलू को पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। मुख्य अतिथि वीके शुंगलू एवं मधु शुंगलू ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे भेल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक प्रवीण चंद्र झा एवं सुलेखा झा, डीपीएस रानीपुर के प्रो वाइस चेयरमैन एसके सोमानी एवं आरती सोमानी, मेंबर फाइनेंस विवेक गोयल, तथा अन्य समस्त आगंतुकों का स्वागत किया गया।

प्रधानाचार्य डॉ अनुपम जग्गा ने अपने संबोधन में कहा कि आपकी उपस्थिति से विद्यालय परिवार गौरवान्वित है। पने अपने अमूल्य समय से कुछ क्षण निकाल कर हमारा मनोबल बढ़ाया है। प्रधानाचार्य डॉ अनुपम जग्गा ने सभागार में उपस्थित प्रतिभागी छात्रों के अभिभावकों, विद्यालय के शुभचिंतकों तथा नगर के गणमान्य जनों का भी स्वागत किया। उन्होंने वार्षिकोत्सव पर्व की थीम अनवरत के आयोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि पठन-पाठन के साथ छात्रों का सर्वांगीण विकास ही शिक्षा का उद्देश्य है। ऐसे आयोजन से छात्रों को अपनी प्रतिभा को पहचानने तथा उसे निखारने का अवसर मिलता है। आज के तकनीकी युग में नई शिक्षा नीति के प्रमुख सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए हम कौशल विकास को महत्व दे रहे हैं। जिससे विद्यार्थी भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें। हमारे विद्यार्थी वर्ष भर अनेक प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं। मुख्य अतिथि के कर कमलों से पुरस्कार प्राप्त कर उनका उत्साह दोगुना हो जाएगा।

प्रधानाचार्य ने कहा कि इस आयोजन को भव्य बनाने में विद्यालय परिवार ने महीनों परिश्रम किया है। हमारा यह प्रयास लगातार जारी रहेगा इसीलिए हमने आयोजन को “अनवरत” नाम दिया है। प्रधानाचार्य के स्वागत भाषण के पश्चात विद्यालय के छात्रों ने पंचतत्व पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसे देखकर दर्शक मंत्र मुग्ध हो गए। पर्यावरण के प्रति मैत्री भाव को प्रदर्शित करते हुए नन्हे मुन्ने छात्रों ने शानदार नृत्य प्रस्तुत किया गया। नृत्य के समय पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। विशिष्ट अतिथि प्रवीण चंद्र झा ने संबोधित करते हुए कहा कि डीपीएस रानीपुर लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। विद्यालय के उत्कृष्ट शैक्षिक वातावरण के कारण सभी माता-पिता अपने बच्चों का प्रवेश इसी विद्यालय में कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस भव्य आयोजन की चर्चा पूरे शहर में है। किसी विद्यालय द्वारा किया गया यह पहला शानदार आयोजन है , जिसमें इतनी बड़ी संख्या में छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं। बीएचईएल की ओर से विद्यालय को हर संभव सहयोग जारी रहेगा। इसके बाद मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों ने विद्यालय के शैक्षिक सत्र में शानदार प्रदर्शन करने वाले तथा आईआईटी ,नीट में चयनित छात्रों को पुरस्कार प्रदान कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

मुख्य अतिथि वीके शुंगलू ने समारोह की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन दूसरों के लिए प्रेरणा का काम करते हैं। डीपीएस रानीपुर ने शिक्षा के क्षेत्र में जो मुकाम हासिल किया है वह अनुकरणीय है। निसंदेह यह आयोजन प्रधानाचार्य के विजन, अध्यापकों की लगन और छात्रों के प्रदर्शन का परिणाम है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार जैसी पावन भूमि पर आकर मैं स्वयं को ऊर्जावान अनुभव करता हूं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि डीपीएस रानीपुर नित्य नए प्रतिमान स्थापित करता रहे। कार्यक्रम की अगली कड़ी में बच्चों ने समूह गान प्रस्तुत कर श्रोताओं का मन मोह लिया। समूह गान के बाद छात्रों ने आयोजन के सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण “ऐतिहासिक गाथा” द्वारा भारत के जनमानस में रची बसी ऐतिहासिक घटनाओं तथा महापुरुषों की दिव्य झांकियों की प्रस्तुति दी, जिसे देखकर सभी लोग अभिभूत हो गए। छात्रों ने भारत की मिली जुली संस्कृति की झांकी भी दिखाई। गाथा गीत की प्रस्तुति द्वारा छात्रों ने याद दिलाया कि हमारी संस्कृति प्राचीन होने के साथ सर्वश्रेष्ठ भी है, जिसे हमने अपनी बौद्धिक क्षमता, त्याग और बलिदान से स्थापित किया है।

कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी के सहयोग से ही यह भव्य आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। कार्यक्रम में पविन्दर सिंह बल, अनुपमा श्रीवास्तव, आरती बाटला, उमा पांडेय, शालिनी भटनागर, सांची चतुर्वेदी, दीपिका जोशी, कीर्ति सिंह आदि उपस्थित रहे।



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