नवीन चौहान.
प्रदेश की साइबर सैल पुलिस ने लोगों को सावधान किया है। साइबर सैल ने कहा है कि कोरोना काल में कुछ साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं जो आक्सीजन और अन्य जीवन रक्षक दवाओं को उपलब्ध कराने के बहाने साइबर ठगी कर रहे हैं। इसलिए आनलाइन सामान मंगाते समय पूरी तरह सजग रहे।
वर्तमान में बढ़ते कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत् जीवन रक्षक औषधी, वैक्सीन व ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गयी है। उक्त अवसर का लाभ उठाकर साइबर अपराधियों द्वारा आधुनिक तकनीको को अपनाते हुये जीवन रक्षक औषधी, वैक्सीन व ऑक्सीजन एवं अन्य चिकित्सीय संसाधनो की उपलब्धता दर्शाते हुये सोशल मीडिया प्लेटफार्म (जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सअप आदि) पर फर्जी विज्ञापन/रजिस्ट्रेशन हेतु लिंक भेजकर आम जनता एवं जरुरतमंदो से साईबर ठगी की जा रही है । हमेशा अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही रजिस्ट्रेशन करें। किसी भी अंजान व्यक्ति के कहने पर कोई भी एप्प डाउनलोड न करें और फोन कॉल/मैसेज के माध्यम से अपनी निजी/बैंक सम्बन्धी जानकारी साझा न करे, न ही कोई OTP किसी को बतायें । सतर्क रहे सुरक्षित रहे।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच, उत्तराखण्ड पुलिस ने हेल्प लाईन नम्बर 9412029536 एवं वॉट्सअप नम्बर 9411112780 जारी किये गये है, जहां नागरिक ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमेडिसविर इंजेक्शन और अन्य जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी साझा कर सकते हैं । सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जा।