नवीन चौहान
पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ही भाजपा के सबसे मजबूत प्रत्याशी होंगे। हरिद्वार लोकसभा की 14 विधानसभाओं में निशंक की जनता से नजदीकियां और उनके द्वारा क्षेत्र में कराए गए विकास कार्य उनकी जीत को संभावना को भी प्रबल बनाते है। पूर्व मुख्यमंत्री रहने के दौरान से हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने संत समाज और समाज के हर जाति वर्ग में अपनी पकड़ मजबूत की है। जिसका चुनावी लाभ भी निशंक के खाते में जाता दिखाई पड़ रहा है। वही कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को छोड़कर कोई ऐसा बड़ा नाम नही है। तो निशंक को सीधी चुनौती दे सके। जबकि बसपा प्रत्याशी अंतरिक्ष सैनी तो अपनी ही पार्टी की गुटबाजी से जूझ रहे है। उनका टिकट कटवाने को लेकर बसपा के लोग ही आवाज बुलंद किए हुए है। वर्तमान राजनैतिक समीकरण निशंक की दावेदारी और जीत को पुख्ता कर रहे है।
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मैदान में उतारा था। हालांकि इस चुनाव में पूरे देश में मोदी लहर थी। मोदी लहर का फायदा हरिद्वार सीट पर निशंक को भी मिला। रमेश पोखरियाल निशंक हरिद्वार सीट से जीत दर्ज करके पहली बार लोकसभा पहुंचे। इन पांच सालों में हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने हरिद्वार के गांवों-गांवों में विकास के कई बड़े कामों को कराया। हरिद्वार की जनता को अधिक-अधिक लाभ पहुंचाने के लिए उन्होंने संसद में भी सवाल उठाए। हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने गोद लिए हुए गांव गोवर्धनपुर में दूध उत्पादन में श्रेष्ठ बनाया। जिसके लिए इस गांव को पुरस्कृत भी किया गया। वही गांवों की सड़कों से लेकर केंद्र सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ क्षेत्र की जनता को दिलाने का सर्वाधिक प्रयास किया। लोकसभा की कार्रवाई के दौरान भी सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने हरिद्वार के लिए कई योजनाओं की मंजूरी दिलाई। हरिद्वार में रिंग रोड़ बनाने की पहल की। जबकि हरकी पैड़ी के सौंर्दयीकरण से लेकर आस्था पथ को खूबसूरत बनाने का मार्ग बनाया। वही डोईवाला ने लेकर हरिद्वार, लक्सर और बुग्गावाला तक निशंक ने क्षेत्र के दौरे किए और जनता से नजदीकियां बनाए रखी। निशंक के बात करने की शैली और अपनत्व का एहसास उनको जनता से जोड़कर रखता है। वही देश एक बार फिर लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है। ऐसे में हरिद्वार सीट की बात करें तो भाजपा के वर्तमान सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ही सबसे मजबूत प्रत्याशी के तौर पर माने जा सकते है। हालांकि उनकी पार्टी के लोग उन्हे बाहरी बताकर टिकट कटवाने का प्रयास कर रहे है। लेकिन वर्तमान राजनैतिक हालातों में निशंक को पार्टी के भीतर और विपक्ष में किसी से सीधी चुनौती दिखाई नही पड़ रही है। निशंक की हरिद्वार में सक्रियता भी बढ़ी हुई है। हालांकि पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर किसी के नाम की कोई घोषणा नही हुई है। लेकिन फिर भी अगर भाजपा वर्तमान सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारेंगी तो पार्टी की जीत निश्चित होने की प्रबल संभावना है।