किसान आंदोलन प्रायोजित, माओवादी और वामपंथी हैं सक्रिय, अपराधियों को छुड़ाने के लिए बना रहे दवाब




नवीन चौहान
दिल्ली में चल रहे आंदोलन में माओवादी और वामपंथी के प्रतिनिधि पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। वह जेलों में से अपराधियों को छुड़ाने तक की मांग इस आंदोलन के माध्यम से कर रहे हैं। हनामुल्ला और भाकियू बगैरह जैसे संगठन इस आंदोलन में सक्रिय हो गए हैं और कई प्रतिबंधित संगठन भी इस आंदोलन के माध्यम से भोले-भाले किसानों की आड़ में अपनी रोटियां सेकने की फिराक में हैं जो कि सही नहीं है। इस बिल का समर्थन देशभर के किसान कर रहे हैं। ये बातें भाजपा जिला कार्यालय हरिद्वार पर जिला किसान मोर्चा द्वारा प्रेस वार्ता आयोजित करते हुए भाजपा के किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने कही।
मोर्चा के प्रदेश महामंत्री योगेश चौहान ने कहा कि जो किसान बिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पारित किया गया है यह किसान हितैषी है। लेकिन कुछ राजनीतिक पार्टियां इस बिल का विरोध कर रही हैं। वह नहीं चाहती कि किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो क्योंकि इस बिल के आने से मोदी सरकार किसानों की आय दुगनी करने के संकल्प में यह बिल मील का पत्थर साबित होगा। इस बिल से बिचौलियों का खात्मा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि भविष्य में सरकार फसल बुवाई के समय ही एमएसपी तय करेगी और अनुबंध खेती के तहत किसान यदि चाहे तो अपनी फसल बाजार भाव पर भी बेच सकता है। अनुबंध केवल फसल का होगा जमीन का नहीं कोई भी कंपनी किसान की जमीन पर लोन नहीं ले सकेगी। मंडिया खत्म नहीं होंगी, अपितु किसान अपनी फसल पूरे देश में कहीं भी बाजार में जाकर बेच सकता है। प्रदेश उपाध्यक्ष ऋषिपाल बालियान ने कहा कि किसानों की मांगों के अनुरूप प्रधानमंत्री ने किसानों को न केवल एसडीएम कोर्ट बल्कि सिविल कोर्ट में भी जाने का अधिकार दिया है। प्रदेश उपाध्यक्ष देवी सिंह राणा ने कहा कि इस बिल में प्रधानमंत्री के द्वारा देखा गया सपना 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होने के रूप में यह बिल मील का पत्थर साबित होगा। प्रदेश मंत्री सूर्यवीर मलिक ने कहा कि खेती में इस बिल के द्वारा क्रांतिकारी बदलाव होंगे किसान समृद्ध होगा। किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष निपेंद्र चौधरी ने कहा कि कल देश के कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से 29 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के द्वारा किसान बिल के समर्थन में भेंट की गई। उनके द्वारा इस बिल को यथावत रखने के लिए भी कहा गया इससे यह सिद्ध होता है कि यह क्रांतिकारी बिल पूरी तरह से किसानों के समृद्ध होने का रास्ता खुलता है। इस अवसर पर जिला कार्यालय प्रभारी लव शर्मा, दीपांशु, कमल प्रधान, पार्षद विकास कुमार उपस्थित रहे।



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