नवीन चौहान.
यूपी के कानपुर से एक दुष्कर्म के बाद हत्या किये जाने की घटना सामने आयी है। यहां कानपुर के काकादेव कोचिंग मंडी स्थित गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन की मौत के मामले में पता चला है कि उसकी मौत किसी बीमारी से नहीं हुई थी। उससे पहले दुष्कर्म किया गया, फिर भारी वस्तु से उसके सिर पर वार किया गया जिससे उसके सिर की हड्डी टूट गई और वह कोमा में चली गई।
बुधवार को शव के हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट जब सामने आयी तब इसका खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने टिफिन सप्लायर को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। अभी तक वह पुलिस को गुमराह करता नजर आ रहा है। उसने जो कहानी पुलिस को बतायी वह जांच में मनगढ़ंत निकली। मूलरूप से हरदोई की रहने वाली 35 वर्षीय महिला ढाई साल से हॉस्टल में वार्डन थी। वह हॉस्टल की तीसरी मंजिल पर रहने के साथ ही टिफिन का काम भी करती थी।
पुलिस के मुताबिक महिला के पति की वर्ष 2018 में बीमारी से मौत हो चुकी थी। परिवार में तीन बेटे और एक बेटी है। सोमवार को सभी बेटे काम से बाहर थे। शाम को बेटी दूध लेने गई थी, उस वक्त पर उसकी मां और मसवानपुर का रहने वाला टिफिन सप्लायर घर पर ही थे। बेटी दूध लेकर वापस लौटी तो दरवाजा खटखटाने के बावजूद किसी ने नहीं खोला। कुछ देर बाद अंदर से टिफिन सप्लायर ने दरवाजा खोला और भाग निकला। जब बेटी अंदर पहुंची तो मां लहूलुहान, निर्वस्त्र और अचेत अवस्था में पड़ी मिली। इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। सूचना जब पुलिस को मिली तो कमरे से भागे टिफिन सप्लायर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया था कि महिला ने उसके साथ शराब पी थी। अधिक शराब पी लेने से उसे ब्लीडिंग शुरू हो गई। उलझन होने के कारण उसने खुद अपने कपड़े उतारे थे। जब बुधवार को शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसकी हत्या और दुष्कर्म की पुष्टि हुई। पुलिस ने दर्ज मुकदमे में दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी है।