नवीन चौहान, हरिद्वार। जिलाधिकारी दीपक रावत ने धर्मनगरी को शराब मुक्त कराने के लिये दो शराब तस्करों को छह माह के लिये जिला बदर करने के आदेश दिये है। इस आदेश का अनुपालन कराते हुये नगर कोतवाली प्रभारी नवीन चंद्र सेमवाल ने दोनों शराब तस्करों को जिले से बाहर खदेड़ दिया हैं। इसी के साथ दोनों तस्करों को आदेश की अवधि के दौरान जनपद में दिखाई नहीं देने की सख्त चेतावनी दी गई है। जिला बदर की अवधि के बीच अगर आरोपी तस्कर जनपद में दिखाई दिये तो पुलिस एक बार फिर मुकदमे की कार्रवाई अमल में लायेगी। दोनों तस्करों पर नजर बनाये रखने की जिम्मेदारी अब पुलिस की होगी।
बतादे कि हरिद्वार जनपद पुलिस लगातार शराब माफियाओं पर शिकंजा कस रही थी। अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ ताबड़तोड़ मुकदमे दर्ज किये जा रहे थे। तस्करों के खिलाफ गुंडा एक्ट में कार्रवाई की गई। जिलाधिकारी दीपक रावत ने भी हरकी पैड़ी पर चेकिंग करने के दौरान एक दुकान से शराब पकड़ी थी। डीएम ने हरकी पैड़ी पर शराब पकड़ने के बाद पुलिस ने शराब माफियाओं पर ओर सख्ती बरतनी शुरू कर दी। डीएम ने धर्मनगरी को शराब मुक्त बनाने की पहल शुरू की। तत्कालीन एसएसपी कृष्ण कुमार वीके के निर्देशों के बाद जनपद पुलिस ने एक के बाद एक ताबड़तोड़ तरीके से चेकिंग कर मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले माफियाओं पर शिकंजा कसा और मुकदमे दर्ज करने शुरू कर दिये गये। इसी मुहिम में नगर कोतवाली पुलिस ने भी सन्नी और मन्नी पुत्रगण गुलशन निवासी बिल्केश्वर कालोनी के खिलाफ अवैध शराब के मुकदमे दर्ज किये। इसी के साथ नगर कोतवाली पुलिस की ओर से दोनों शराब तस्करों के मुकदमों की रिपोर्ट जिलाधिकारी दीपक रावत को दी गई। इस रिपोर्ट में तमाम मुकदमों का ब्यौरा दिया गया और अपराधियों की हिस्ट्रीशीट दी गई। डीएम ने दोनों आरोपियों को नोटिस देकर उनका पक्ष जाना। आरोपियों का पक्ष जानने के बाद जिलाधिकारी दीपक रावत ने आरोपी सन्नी और मन्नी को छह माह के लिये हरिद्वार जनपद से जिला बदर कर दिया। नगर कोतवाली प्रभारी नवीन चंद्र सेमवाल ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश का अनुपालन कराते हुये शराब तस्करों को जिले से बाहर भेज दिया गया है। अगर दोनों जनपद की सीमा में दिखाई दिये तो गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया जायेगा।