नवीन चौहान
हरिद्वार जिला प्रशासन अवैध खनन की रोकथाम के लिए पूरी तरह से संजीदा है। जिलाधिकारी सी रविशंकर व उनकी प्रशासनिक टीम माफियाओं की हरकतों पर अपनी नजर बनाए हुए है। अवैध खनन की सूचना पर प्रशासन की टीम तत्परता से कार्रवाई कर रही है। ऐसे ही बीती रात्रि में एक सूचना पर डीएम सी रविशंकर ने आईएएस अंशुल सिंह को सूचना स्थल पर रवाना किया। हालांकि मौके पर कोई अवैध खनन होता हुआ नहीं पाया गया। लेकिन ग्रामीणों की सूचना को पूरी तरह से तस्दीक करने के लिए आईएएस अंशुल सिंह अपनी टीम के साथ स्ट्रोन क्रेशर पर संग्रहित खनन सामग्री की पैमाइश करने पहुंच गए। प्रशासन की टीम को कोई अनियमितता नही मिली। प्रशासनिक टीम पूर्ण संतुष्टि के बाद ही क्रेशर से वापिस आ गई। लेकिन प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद से खनन माफियाओं में हडकंप की स्थिति है।
21 अक्तूबर की मध्य रात्रि जिलाधिकारी सी रविशंकर को भोगपुर क्षेत्र में करीब 2 जेसीबी मशीन के जरिए अवैध खनन होने तथा करीब 40 ट्रैक्टर ट्रालियों से खनन सामग्री ले जाने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी सी रविशंकर एक्शन मोड में आ गए। उन्होंने तत्काल जनपद के एंटी माइनिंग सेल प्रभारी आईएएस अंशुल सिंह को छापेमारी करने के लिए रवाना किया। आईएएस अंशुल सिंह बेहद ही गोपनीय सूचना पर तत्काल भोगपुर पहुंचे। लेकिन वहां सन्नाटा पसरा था। क्षेत्र में कोई अवैध खनन का वाहन नही मिला। जिसके बाद संबंधित क्रेशर पर पहुंचकर आरबीएम को देखने के लिए पहुंचे। क्रेशर पर भी अवैध खनन सामग्री बरामद नही हुई। प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने राहत की सांस ली और वापिस आ गई।
बताते चले कि डीएम सी रविशंकर ने अवैध खनन की रोकथाम के लिए सख्त निर्देश जारी किए हुए है। डीएम के निर्देशों के अनुपालन के क्रम में उप जिलाधिकारी गोपाल चौहान लगातार खनन माफियाओं के ठिकानों पर दविश दे रहे है। अवैध खनन सामग्री ले जाने वालों पर कानूनी कार्रवाई कर उत्तराखंड के राजकोष में राजस्व का इजाफा कर रहे है। एसडीएम गोपाल चौहान ने भी खनन माफियाओं की करतूतों पर अपनी नजरे जमाई हुई है। प्रशासन की सख्ती के सामने खनन माफिया वेवश नजर आ रहे है।