जिला जज ने कहा कि अपराधियों को कडी सजा दिलाने के लिये पुख्ता सबूतों के साथ कोर्ट भेजे




नवीन चौहान

हरिद्वार। खाकी को हाईटेक बनाने के लिये अतंरजनपदीय पुलिस वैज्ञानिक अनुसंधान प्रतियोगिता का शुभारंभ जिला जज राजेंद्र सिंह चौहान ने पुलिस लाईन रोशनाबाद में गुब्बारे हवा में उडाकर किया। चार दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में 13 जनपदों की पुलिस पीएसी और आईआरबी के जवान प्रतिभाग करेंगे। 27 अक्टूबर को प्रतियोगिता का समापन विजेताओं को पुरस्कार देने के साथ किया जायेगा।
रोशनाबाद पुलिस लाईन में बतौर मुख्य अतिथि जिला जज राजेंद्र सिंह चौहान ने पुलिस वैज्ञानिक अनुसंधान प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर कहा कि पुलिस के कंधों पर कानून का अनुपालन कराने की जिम्मेदारी होती है। पुलिस को गंभीर से गंभीर मुकदमों में विवेचना करनी होती है। अपराधियों को जेल भेजने के साथ ही पुख्ता सबूतों को सुरक्षित रखने का दायित्व होता है। सबूतों के आधार पर ही अपराधी को कडी से कडी सजा दिलाई जा सकती है। इसके लिये विवेचक द्वारा जुटाये गये सबूत महत्वपूर्ण होते है। उन्होंने कहा कि पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिये। तमाम सबूतों को जीडी में दर्ज कराकर ही कोर्ट में प्रस्तुत करें। इसके अपराधी को सख्त सजा दिलाने में आसानी होती है। जिला जज राजेंद्र सिंह चौहान ने पुलिस को विवेचनाओं के संबंध में कई महत्वपूर्ण तकनीकि ज्ञान भी दिया। उन्होंने वैज्ञानिक अनुसंधान प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले जवानों की हौसला अफजाई की। कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने से बौद्विक और शारीरिक व मानसिक विकास होता है। प्रतियोगिता के शुभारंभ करने से पूर्व जिला जज राजेंद्र सिंह चौहान का स्वागत एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने उनको पुलिस कैंप पहनाकर किया। जिला जज ने प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल से परिचय प्राप्त किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार वीके ने प्रतियोगिता के संबंध में विस्तृत जानकारी जिला जज को दी। कार्यक्रम में एसपी सिटी ममता वोहरा, कनखल सीओ जेपी जुयाल, सीओ सिटी प्रकाश देवली समेत पुलिस विभाग के तमाम अधिकारी और जवान मौजूद रहे।
इन परीक्षाओं में भाग लेंगे पुलिसकर्मी
पुलिस अनुसंधान प्रतियोगिताओं में फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी,एंटी सबोटज, कंप्यूटर श्वान प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। जिसमें विधि विज्ञान लिखित परीक्षा, मैडिकोलिगल मौखिक,अंगुल चिंह प्रयोगात्मक एवं मौखिक, पद चिंह प्रयोगात्मक एवं मौखिक, प्रदेशों की हैंडलिंग पैकिंग, व फारवर्डिंग परीक्षा, फोटोग्राफी व घटना स्थल व हुलिया बयान परीक्षा तथा निरीक्षण घटना स्थल की प्रतियोगितायें होगी। इनके अलावा कंप्यूटर लिखित और प्रयोगात्मक , प्रोफेशनल पुलिस फोटोग्राफी, एंटी सबोटाज मौखिक और प्रयोगात्मक परीक्षा के अलावा वीडियोग्राफी की प्रयोगात्मक परीक्षा कराई जायेगी।
जिला जज को डाग स्कावयड ने किया प्रणाम
पुलिस वैज्ञानिक अनुसंधान प्रतियोगिता का शुभारंभ करने पहुंचे जिजा जज राजेंद्र सिंह चौहान का पुलिस महकमे के सबसे मजबूत अंग डाग स्कावयड ने प्रणाम किया। बतादे कि डाग स्कावयड के दस्ते को पुलिस महकमे में विषेष प्रषिक्षण दिया जाता है। अपराधी और आपत्तिजनक बस्तुओं को सूंघकर पहचाने की शक्ति डाग स्कावयड में होती है। इसीलिये डाग स्कावयड को पुलिस ही कहा जाता है।



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