नवीन चौहान ,हरिद्वार। धर्मनगरी की जनता को बरसाती पानी से निजात दिलाने के लिये केबिनेट मंत्री मदन कौशिक पूरी तरह से संजीदा दिखाई पड़ रहे है। उन्होंने अमृत योजना के तहत कार्य को शीघ्र शुरू करने के निर्देश डीएम दीपक रावत व तमाम अधिकारियों को दे दिये है। इस योजना में भेल की भूमि पर तालाब बनाया जायेगा। उन्होंने डीएम को निर्देश दिये कि भेल भूमि देता है तो ठीक है अन्यथा अधिग्रहण की कार्रवाई की जाये। सीसीआर सभागार में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुये केबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि अमृत योजना के अन्तर्गत कार्य शीघ्र शुरू किया जायेगा। शहरभर में भेल से आने वाले पानी के कारण बरसात में जलभराव की समस्या होती है। भेल अपनी भूमि पर तालाब बनाने की एनओसी जिला प्रशासन को देगा। यदि भेल एनओसी नहीं देता है तो जिलाधिकारी अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए आपदा राहत कार्यो में भेल भूमि का अधिग्रहण कर सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि इस भूमि पर पहले से भेल द्वारा बनाये गये बारह तालाबों को पहले फेज में योजना में शामिल करते हुए कार्य शुरू कर दिया जाये। योजना में कंसलेटेंट कम्पनी विभागीय अधिकारियों के साथ मिलकर बरसाती पानी को भेल क्षेत्र में ही तालाबों में रोकने का कार्य करेगी। तालाबों से इस पानी को रानीपुर रो में सप्लाई कर दिया जायेगा। इस योजना से भेल क्षेत्र से चंद्राचार्य चौक, भगत सिंह चौक, आर्य नगर, कटहरा बाजार आदि स्थानों पर पानी को आने से रोका जायेगा। योजना के सफल होने पर दूसरे फेज में अन्य स्थानों को चिन्हित कर तालाब बनाये जायेंगे।
योजना के सफल संचालन हेतु मदन कौशिक ने विस्तार से चर्चा की तथा तालाबों के निर्माण के तकनीकी पहलुओं पर जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि तालाबों में गहरी बोरिंग की जायेगी जिससे पानी भराव की क्षमता ज्यादा बढ़ायी जा सके। उसके बाद इन तालाबों को चोक होने से बचाने के लिए डिस्टिल चेम्बर लगाये जायेंगे। श्री कौशिक ने कहा कि हरिद्वार में योजना के परिणाम सफल आने के बाद प्रदेश भर में इस विधि को अपना कर जलभराव की समस्या का समाधान किया जायेगा।
बैठक में मेयर मनोज गर्ग, सीडीओ स्वाती भदौरिया, एमएनए नितिन भदौरिया, एचआरडीए सचिव बंशीधर तिवारी, सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह, जिला महामंत्री भाजपा विकास तिवारी, उपाध्यक्ष युवा मोर्चा नरेश शर्मा, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।