नवीन चौहान.
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के उद्यान महाविद्यालय के सब्जी विज्ञान विभाग द्वारा “जैविक सब्जी उत्पादन” विषय पर दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुक्रवार को शुभांरभ किया गया। कार्यक्रम में 56 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 के0 के0 सिंह ने करते हुए कहा कि आज के परिवेश में जैविक सब्जियों एवम अन्य जैविक उत्पादों के उपभोग से मनुष्य स्वस्थ रह सकता है तथा बहुत सारी बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। कार्यक्रम के अतिथि डॉ0 प्रभात कुमार, उद्यान आयुक्त भारत सरकार, नई दिल्ली ने जैविक उत्पादों के पंजीकरण पर बल देते हुए अवगत कराया कि जैविक उत्पादों का पंजीकरण कराकर किसान अपनी फसल का अधिकतम लाभकारी मूल्य प्राप्त कर सकते हैं।
पूर्व उद्यान आयुक्त डॉ0 एस0 के0 मल्होत्रा ने अवगत कराया कि भारत में जैविक सब्जी उत्पादन के लिए प्रति वर्ष दो लाख मैट्रिक टन बायो फ़र्टिलाइज़र की आवश्यकता है तथा जिसकी उपलब्धता तभी संभव है कि अधिकतम किसान आसान तरीकों से स्वम् इस प्रकार के खाद बनाने में सक्षम हो सके एवम इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम इस कार्य के लिए अत्यंत प्रभावी होंगे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ0 शालिनी गुप्ता ने किया। डॉ बिजेंद्र सिंह ने कार्यक्रम की पूर्ण जानकारी दी। डॉ0 सत्यप्रकाश ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के आयोजन में डॉ0 विपिन कुमार, डॉ0 मनोज कुमार आदि का मुख्य रूप से योगदान रहा। इस अवसर पर डॉ0 रामजी सिंह, कुलसचिव, डॉ0 विवेक धामा, अधिष्ठाता, डॉ बी0 आर0 सिंह, अधिष्ठाता, डॉ अनिल सिरोही, निदेशक, डॉ0 आर0 एस0 सेंगर, निदेशक, नियोजन, डॉ0 सुनील मलिक, डॉ0 पंकज डॉ0 अरविंद राणा मुख्य रूप से उपस्थित रहे।