मेरठ.राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को मेरठ वेदव्यासपुरी में अपनी पहली जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सहारनपुर हिंसा जातीय संघर्ष का राजनैतिक फायदा लेने की कोशिश बीजेपी ने की। सदन में सहारनपुर कांड के बारे में बोलने नहीं दिया गया, इसलिए मैंने इस्तीफा दिया।
मायावती ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस वक्त इमरजेंसी से भी ज्यादा हालात खराब है। सीबीआई, ईडी जैसे जांच एजेसियां विरोधी पार्टी के नेताओं को टारगेट कर रही हैं। बीजेपी अपने नेताओं को बचाने की कोशिश कर रही है।
कहाकि बीएसपी ने चुनाव में ईवीएम धांधली की शिकायत उठायी, जिससे बचने के लिए जनता का ध्यान दूसरी ओर बांटने के लिए बीजेपी ने सहारनपुर की मामूली घटना को जातीय संघर्ष में बदल दिया। बीएसपी चीफ मायावती ने कहा, चुनावों के वक्त हुई ईवीएम की गड़बड़ी से बीएसपी का काफी नुकसान हुआ है। ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे को पार्टी सुप्रीम कोर्ट तक ले गई। सरकार पर एक और आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा, प्रमोशन में आरक्षण का मामला अब तक लटका है। प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण अब भी रुका हुआ है। बीजेपी की शुरू से ही आरक्षण विरोधी मानसिकता है। कहा कि चुनावों के वक्त बीजेपी ने वादा किया था सरकार बनने के बाद किसानों का सभी कर्ज माफ हो जाएगा। सरकार बनने के बाद योगी सरकार ने कहा, एक लाख का कर्ज माफ करेंगे,इस सरकार ने हद पार करते हुए किसानों का एक रुपया, दो रुपया तक माफ किया। ये किसानों के साथ धोखा नहीं तो क्या है।