नवीन चौहान
कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन से त्रस्त हरिद्वार के तमाम व्यापारियों के धैर्य का बांध टूट रहा है। कारोबार की चरमराई अर्थव्यवस्था से आजिज होकर व्यापारियों ने सरकार के दरवाजों पर दस्तक दी। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और तमाम विधायकों व जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर एक जून से बाजार खोलने की गुहार लगाई। व्यापारियों के ज्ञापन पर सरकार और प्रशासन की ओर से कोई निर्णय होता इससे पूर्व ही व्यापारियों ने एक जून से बाजार खोलने के पोस्टर अपनी दुकानों के शटर पर चस्पा कर दिए है। कुल मिलाकर व्यापारियों की यह हरकत सरकार और प्रशासन को खुली चुनौती है। अब देखना होगा कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार के बीच व्यापारियों के आगे सरकार झुकेगी या जनता की सुरक्षा में लॉकडाउन को जारी रखेगी। वही दूसरी ओर व्यापारी नेता रवि ढींगड़ा ने कहा कि कुछ दुकानों ने पोस्टर लगाए थे। जो कि बाद में हटवा दिए गए है।
करीब 14 माह से हरिद्वार लॉकडाउन की चपेट में है। 23 मार्च 2020 से भारत में लॉकडाउन है। लेकिन हरिद्वार की बात करें तो यहां का कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया। पर्यटन बाहुल्य क्षेत्र में दुकानों पर एक साल से ताले लटके है। दुकानदार घरों में कैद है। हरिद्वार के व्यापारियों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो चुकी है। बिजली, पानी, स्कूल की फीस, बैंक की ईएमआई, जीएसटी ने व्यापारियों की नींद उडा दी है। तमाम खर्चो को स्मरण कर कई व्यापारियों की मनोदशा खराब हो चुकी है। व्यापारियों ने कुंभ पर्व 2021 से उम्मीद लगाई तो कोरोना संक्रमण ने उस उम्मीद को भी झटका दे दिया। कोर्ट के आदेश के बाद सरकार को भी श्रद्धालुओं को हरिद्वार आमंत्रित करने के निमंत्ररण पर कदम पीछे खींचने पड़े। व्यापारियों ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा किया। कुंभ समापन के बाद से प्रदेश सरकार और हरिद्वार के व्यापारियों में दूरी दिखाई दी।
व्यापारियों ने व्यापारी संगठनों की क्लास लगानी शुरू कर दी। जिसके बाद व्यापारी संगठनों ने एक बार फिर से नई मुहिम शुरू की। एक जून से बाजार खोलने को लेकर विधायकों, मंत्रियों, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने का सिलसिला शुरू किया। लेकिन इसी बीच 28 मई को हरिद्वार की दुकानों के शटर पर चस्पा कुछ पोस्टर वगावती तेवरों का इशारा करते दिखे। मानों व्यापारियों ने सरकार को खुली चुनौती दी हो। भारत की माननीय कोर्ट की नजर, केंद्र सरकार की कोविड गाइड लाइन औार राज्य सरकार का आदेश के बीच में हरिद्वार के व्यापारियों की एक जून से दुकान खोलने की चुनौती काबिलेगौर है।