अनुराग गिरि
देहरादून। प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने दूध में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये है। इसके अलावा हरिद्वार, देहरादून और उधमसिंह नगर को एक लाख लीटर दुग्ध उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी एवं चमोली में दुग्ध उत्पादन की खराब स्थिति पर नाराजगी जाहिर करने हुये लक्ष्य को बढ़ाने के निर्देश जारी किये है।
प्रदेश के सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 धन सिंह रावत ने विधान सभा सभाकक्ष में दुग्ध विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद दुग्ध उत्पादन क्षमता में वृद्धि करें। उन्होंने मार्केटिंग व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि एक माह का समय, सुधार के लिए देते हुए पुनः समीक्षा के लिए 3 मार्च को बैठक बुलाने का निर्देश दिये है। उन्होंने नैनीताल जनपद के अच्छे दुग्ध उत्पादन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि खराब जनपद वाले जिलों में व्यापक शोध अध्ययन किया जाये। संयुक्त निदेशक और उपनिदेशक के अधीन दो-दो जनपद सुधार कार्य के लिए दिये जायें। उन्होंने कहा कि मार्केटिंग व्यवस्था में जहां सुधार की जरूरत है। वहॉ सुधार किया जाये। अच्छे लोगों की नियुक्ति की जाये। गड़बड़ी करने वालों पर कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि होटल एसोसिएशन, कर्मचारी एसोसिएशन और डिस्ट्रीब्यूटर, आवासीय विद्यालय के साथ मीटिंग की जाय। मंत्री ने 2022 तक आर्गेनिक स्टेट और कृषकों की आय दो-गुनी करने पर विशेष बल दिया। इस अवसर पर अध्यक्ष राज्य सहकारी बैंक दान सिंह रावत, डेरी विभाग के निदेशक संजय कुमार, संयुक्त निदेशक जयदीप अरोड़ा, उप निदेशक संजय उपाध्याय, सहायक निदेशक अनुराग मिश्रा सहित डेरी विभाग के अधिकारी मौजूद थे।