नवीन चौहान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार महंगाई को रोकपाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। घरेलू गैस सिलेंडर 1080 रूपये का हो गया है। जबकि जीएसटी काउंसिल ने 18 जुलाई 2022 से रोजमर्रा की कई चीजों पर जीएसटी बढ़ाया है। जीएसटी बढ़ाने के बाद अब चावल-आटा खरीदना भी महंगा हो जाएगा। दही, लस्सी चावल सहित तमाम चीजे महंगी हो गई है।
जीएसटी काउंसिल की 47वीं बैठक आयोजित की गई। जिसमें कुछ फैसले लिए गए है। इन फैसलों के बाद रोजमर्रा की कुछ जरूरी चीजों की कीमत बढ़ जाएगी। 18 जुलाई से बढ़ी दरें लागू होगी। जिससे गरीब आदमी की रसोई का बजट बिगड़ने वाला है। जीएसटी की दरें बढ़ने से दही, लस्सी, चावल समेत कई जरूरी चीजें महंगी हो सकती हैं।
पैकिंग वाला दही, लस्सी, पनीर और छाछ जैसे प्रोडक्ट्स पर जीएसटी की दरें बढ़ने का सीधा असर देखने को मिलेगा। इन पर 18 जुलाई से 5 फीसदी जीएसटी लगेगा। अभी तक इन चीजों पर कोई जीएसटी नहीं लगता था। इतना ही नहीं, पैकिंग और लेबल वाले चावल, गेहूं, आटा आदि पर भी अब जीएसटी लगेगा, जिसकी वजह से इन रोजमर्रा की जरूरी चीजों के दाम बढ़ जाएंगे।
जीएसटी काउंसिल की तरफ से और भी कई चीजों पर दरें बढ़ाई गई हैं।
बैंक की तरफ से चेक जारी करने पर 18 फीसदी जीएसटी लगेगा। इतना ही नहीं एलईडी लाइट्स और एलईडी लैंप्स पर भी जीएसटी 12 फीसदी से बढ़ाकर 18 फीसदी कर दी गई है। यानी रोजमर्रा की चीजों के अलावा अब आपको इन चीजों के लिए भी अधिक कीमत चुकानी होगी। जीएसटी काउंसिल ने कई चीजों पर जीएसटी बढ़ाई है।