पुलिस और अधिकारी भी आजिज है ब्लैकमेलर पत्रकारों से, बना लिया धंधा




नवीन चौहान
ब्लैकमेलर पत्रकारों से पुलिस और अधिकारी भी आजिज आ चुके है। इन कथित ब्लैकमेलर पत्रकारों ने पत्रकारिता के पेशे को धंधा बनाया हुआ है। अपने मंसूबों को पूरा करने की खातिर ब्लैकमेलर पत्रकार विभागीय कर्मचारियों की शिकायत उच्च अधिकारियों से करते है। क्षेत्र में अवैध खनन, अवैध शराब, मादक पदार्थो और अवैध निर्माण होने की शिकायत अधिकारियों से करते है। अधिकारी ने कार्रवाई कर दी तो ठीक है। अगर किसी कारण से नही कर पाया तो अधिकारियों और पुलिस के संरक्षण में अवैध धंधा फलने फूलने की धमकी देने की शिकायत उनके अधिकारियों से करते है। कुछ इसी अंदाज में इन दलाल पत्रकारों ने आतंक मचाया हुआ है। सिस्टम की खामिया और पीड़ितों की समस्याओं से इन कथित ब्लैकमेलर पत्रकारों को कोई सरोकार नही है।
लोकतंत्र का चतुर्थ स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार एक बहुत जिम्मेदारी पूर्ण कार्य के निर्वहन करने की चुनौती को स्वीकार कर फील्ड में उतरते है। पत्रकारों की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी समाज के पीड़ित और शोषित वर्ग की आवाज को बुंलद करना है। पीड़ित जनता की समस्याओं का निराकरण कराना है। सरकार का स्थायी विपक्ष बनकर सरकार की खामियों को उजागर करना है। अधिकारियों के भ्रष्टाचार को सरकार के पटल पर रखकर उसको दुरस्त करना है। ईमानदार अफसरों और अधिकारियों के मनोबल को बढ़ाकर रखना भी पत्रकार की जिम्मेदारी है। लेकिन वर्तमान दौर में कुछ तथाकथित पत्रकार सिर्फ अधिकारियों पर रौब गालिब करने के लिए इस पेशे में प्रवेश कर गए है। सुबह घर से निकलते ही अधिकारियों को फोन घनघनाना और उनके टाइम को खराब करना उनका उददेश्य बन गया है। पत्रकारिता की आढ़ में अपना उल्लू सीधा करना उनका मकसद रह गया है। कुछ ध्येय को लेकर वह अपने मंसूबों को पूरा करने निकलते है। हालांकि समाज में ईमानदार पत्रकारों की कोई कमी नही है। जिनकी ईमानदारी ने पत्रकारिता के सम्मान को बरकरार रखा है। लेकिन चंद ईमानदार पत्रकारों के सामने ब्लैकमेलरों की टीम भारी पड़ती दिखती है। पूरे संगठित तरीके से एक गिरोह के रूप में कार्य करने वाले ये ब्लैकमेलर पत्रकार जनता, अधिकारी और सरकार तीनों के लिए परेशानी का सबब बनते है। हालांकि बीते कुछ सालों में इन ब्लैकमेलरों के खिलाफ लोगों ने आवाज बुलंद करनी शुरू की है। जिसके चलते मुकदमे दर्ज होने की खबरे भी सामने आई है।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *