नवीन चौहान.
लापता सद्दाम केस का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। सद्दाम की उसी दिन हत्या कर शव को फेंक दिया गया था। हत्या किसी ओर ने नहीं उसी व्यक्ति ने की जिसके यहां सद्दाम अपना कबाड़ ले जाकर बेचता था।
सद्दाम की हत्या में कबाड़ का काम करने वाले मालिक नवाब और उसकी महिला मित्र के अलावा तीन अन्य युवक शामिल थे जो सद्दाम की तरह ही कबाड़ इकट्ठा करके बेचते थे।
उधमसिंह नगर के थाना किच्छा पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किये गए दो आरोपियों ने बताया कि सद्दाम ने आरोपी नवाब से अपने पैसों का तकादा किया था। इसी बात को लेकर उनके बीच कहा सुनी हो गई थी।
गिरफ्तार गंगाराम व शहनवाज से जब पूछताछ की गई तो इन्होंने बताया कि दिनांक 18/05/2022 की रात सद्दाम, गंगाराम, शहनवाज, तथा जुबेर नवाब के यहां कबाड लेकर आए थे। उस दिन नवाब व उसकी महिला मित्र निशा नवाब के कबाड गोदाम में मौजूद थी। जहां पर सद्दाम का कबाड़ के रुपये को लेकर नवाब के साथ विवाद हो गया।
गुस्से में सद्दाम ने नवाब का कालर पकड़ लिया था। जिस कारण नवाब, निशा जुबेर, गंगाराम तथा शहनवाज ने एक राय होकर सद्दाम के साथ मारपीट कर उसे नीचे गिरा दिया और नाक मुंह बंद कर दम घोंट कर सद्दाम की हत्या कर दी।
पहचान छिपाने के लिये सद्दाम के कपड़े उतारकर उसके मुंह तथा शरीर पर हमला कर शव को विक्षप्त कर दिया। चेहरे को कुचल दिया। उसके बाद शव को कबाड ले जाने वाले रिक्शे में रखकर उपर से कबाड़ से ढक दिया और शव को अमिनिटी स्कूल से आगे शमशान घाट के पास ले जाकर ढलान में झाडियों में फेंक दिया।