नवीन चौहान
हरिद्वार। पूर्व राज्यमंत्री नईम कुरैशी ने कहा कि सरकार नहीं है तो आप परेशान करेंगे। जब हरीश रावत मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने साफ कहा था कि भटटा मालिकों को परेशान नहीं किया जायेगा। लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही तमाम भटटों को सील कर दिया गया है। अब पीडितों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कुछ इन शब्दों में भटटे मालिकों ने अपनी पीडा डामकोठी में केबिनेट मंत्री मदन कौशिक से मिलने के बाद अपना रोष व्यक्त करते हुये कहीं। ये सभी पीडित ईट भट्टा मालिक एसोसियेशन के लोग केबिनेट मंत्री मदन कौशिक से मिलने आये थे। मदन कौशिक ने एसोसियेशन के लोगों को पूरे मामले में जल्द दिखवाने का आश्वासन दिया है। भट्टा मालिकों में सरकार के प्रति रोष है।
14 अक्टूबर को एएसडीएम प्रेम लाल ने कलियर क्षेत्र के 13 और लंढौरा क्षेत्र के 10 ईट भटटों पर चेकिंग की गई। इन भट्टा संचालकों ने ईसी अर्थात इंवायरमेंट सर्टिफिकेट मांगा गया। ईसी दिखाने में सभी भट्टा मालिक नाकाम रहे। जिसके बाद एएसडीएम ने 23 भटटों को सीज कर दिया। इन सभी भटटों की सील को खुलवाने के लिये भट्टा यूनियन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। मुख्यमंत्री को अपनी पीडा बताई लेकिन वहां से कोई सकारात्मक जबाव नहीं मिल पाया। इसके बाद सभी पीडित भट्टा मालिकों ने केबिनेट मंत्री मदन कौशिक से डाम कोठी में मिलकर अपनी समस्या बताई। पीडितों ने बताया कि सैंकडो लोग बेरोजगार हो गये है। कारोबार बंद पडा है। मजदूरों के घरों में खाने के लिये कुछ नहीं है। पीडितों में ईट भट्टा एसोसियेशन के अध्यक्ष नरेश त्यागी, उपाध्यक्ष तारीक कुरैशी, सुभाष सिघंल, विपिन गोयल और रफी खान रहे। केबिनेट मंत्री मदन कौशिक सभी को आश्वासन देकर वहां से निकल गये। जिसके बाद पूर्व राज्यमंत्री नईम कुरैशी ने पीडित ईट भटटा मालिकों के समर्थन में भाजपा सरकार के कार्यशैली पर कई सवाल खडे कर दिये। उन्होंने कहा कि हरीश रावत की सरकार में कारोबारियों को कोई परेशान नहीं किया जाता था। लेकिन वह उत्पीडन शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री के दरबार में मिला आश्वासन
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से लेकर नगर विकास मंत्री मदन कौशिक के दरबार में ईट भट्टा मालिक मदद की गुहार लगा चुके है। पीडितों को कहीं से कोई सकारात्मक जबाव नहीं मिल रहा है। सरकार के इस रवैये से सैंकडां मजदूर लोग बेरोजगार हो रहे है। पीडित भट्टा मालिकों की समझ में नहीं आ रहा कि अब किसके दरबार में जाकर मदद की गुहार लगाये। उन्होंने उम्मीद की आखिरी किरण केबिनेट मंत्री मदन कौशिक में दिखाई दी। लेकिन मदन कौशिक से भी महज सांत्वना ही मिली। जिसके बाद कुछ देर तक भटटा मालिक भाजपा सरकार को कोसते रहे। इसी दौरान भाजपा के ही रानीपुर विधायक आदेश चौहान डाम कोठी पहुंच गये। पीडितों ने अपना दर्द उनके सामने भी रखा।