शनिवार का दिन तहसील कर्मचारियों पर भारी, डीएम ने कई के वेतन रोके, जानिए पूरी खबर




अनुराग गिरि

हरिद्वार। शनिवार को तहसील परिसर का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी दीपक रावत ने लापरवाह अधिकारियों को सबक सिखाने के लिये उनके वेतन रोकने के आदेश जारी किये। उन्होंने तहसील परिसर में अरायज नजीम की संख्या की जानकारी न होने पर नाजिर जेपी शुक्ला का वेतन रोकने व अरायज नजीमों की लिस्ट उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये। सब रजिस्ट्रार कार्यालय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बिना अनुमति के अवकाश पर जाने व रजिस्ट्री उचित समय पर पक्षकार को उपलब्ध न कराये जाने पर सब रजिस्ट्रार भावना कश्यप व सुमेर चन्द गौतम का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने के साथ ही प्रतिकूल प्रविष्टी देने के निर्देश एडीएम वित्त एवं राजस्व को दिये। बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के बगैर ही रजिस्ट्री करने व कार्यालय के दस्तावेजों का रखरखाव ठीक से न करने पर लिपिक रामकुमार का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने व प्रतिकूल प्रविष्टी देने के साथ ही स्थानान्तरण करने के निर्देश दिये। वहीं सक्षम अधिकारी के आदेश के बिना ही रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करने व कार्यालय का ठीक प्रकार से रखरखाव न करने पर निबन्धक लिपिक प्रमोद राणा को प्रतिकूल प्रविष्टी देने के साथ ही स्थानान्तरण करने के निर्देश दिये। उप निबन्धक सुमेर चन्द गौतम के निरीक्षण की जानकारी के बावजूद कार्यालय से गायब होने पर जिलाधिकारी ने अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सब रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारियों/कर्मचारियों को निर्देश दिये कि रजिस्ट्री नियमानुसार बेनामा होने के 03 दिन के भीतर तहसील में पहुंच जानी चाहिए ताकि उसकी खतौनी में एन्ट्री हो सके। उन्होंने कहा कि कार्य नियमानुसार नहीं हो रहे हैं यह घौर लापरवाही का द्योतक है या फिर अनुचित लाभ के लालच मे कार्यों को लम्बित रखा जा रहा है। उन्होंने हिदायत दी कि कार्य नियमानुसार ही किये जायें। जिलाधिकारी दीपक रावत हरिद्वार तहसील की व्यवस्थाओं एवं अधिकारियों /कर्मचारियों की कार्यप्रणाली का निरीक्षण करने पहुचें।

दो दुकानों का काटा डीएम ने चालान
डीएम दीपक रावत तहसील का निरीक्षण करने पहुंचे तो वह सीधे परिसर में बने आवासों एवं तहसील के समीप स्थापित दुकानों पर पहुंच गये। जिलाधिकारी ने पॉलीथीन का प्रयोग करने पर दुकानदार शमशेर व होटल दानापानी के मालिक संजीव चौधरी का रुपये पांच-पांच हजार का चालान काटा तथा दुकानों के फुटपाथ पर रखे सामान को अपने सम्मुख ही हटवाया व आगाह किया कि पुनः सामान फुटपाथ पर दिखायी दिया तो दुकानों पर ताला जड़ दिया जायेगा। जिलाधिकारी ने परिसर में चौक पड़ी नाली को देखकर भी नाराजगी जताई। उन्होंने एसडीएम मनीष कुमार सिंह की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लायें ताकि लोग उनसे भय खायें और तहसील परिसर के समीप ही गैर कानूनी कार्यों को अन्जाम न दें।

स्टांप विक्रेता का लाइसेंस निरस्त
तहसील परिसर के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी दीपक रावत ने स्टाम्प विक्रेता सुरेन्द्र सैनी द्वारा बिना अनुमति के अनधिकृत रुप से निशु दुबे नाम की महिला को कार्य करने हेतु रखा गया है, जिस पर जिलाधिकारी ने सुरेन्द्र सैनी का लाईसेंस निरस्त करने के निर्देश दिये। वहीं स्टाम्प विक्रेता आशीष कुमार द्वारा एडीएम के आदेश के बावजूद परिसर खाली न करने पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार सुनैना राणा को निर्देश दिये कि आज के बाद आशीष कुमार इस परिसर में नहीं दिखायी देना चाहिए।


संग्रह अमीनों की वसूली कम
जिलाधिकारी ने संग्रह अमीनों द्वारा किये गये वसूली कार्यों का निरीक्षण किया। संग्रह अमीनों का वूसली प्रतिशत कम पाया गया। लम्बी अवधि से कटी आरसी पर भी वसूली नहीं की गयी। उन संग्रह अमीनो का जिलाधिकारी द्वारा अग्रिम आदेशों तक वेतन रोका गया, कुछ को प्रतिकूल प्रविष्ठी दी गई तथा कुछ संग्रह अमीनों से स्पष्टीकरण मांगा गया।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *