छत्तीसगढ़. सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों का शव मंगलवार को माना के सीएएफ कैंप लाया गया। तिरंगे में लिपटे जवानों का शव देखकर वहां का माहौल गमगीन हो गया। वहीं, हमले के बाद सीआरपीएफ एक्शन में है, उसके जवानों ने चिंतागुफा इलाके में नक्सलियों के खिलाफ कॉम्बिंग आपरेशन चला रखा है। सुकमा में सोमवार (24 अप्रैल) को नक्सलियों ने केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों पर हमला कर दिया। हमले में 25 जवान शहीद हो गए। ये सभी जवान सीआरपीएफ 74 बटालियन के थे। सीआरपीएफ की टीम सुकमा के चिंतागुफा में सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा में लगी हुई थी। चिंतागुफा थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ और जिला बल के संयुक्त दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब बुरकापाल क्षेत्र में था, तब नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया।
मुठभेड़ में छह जवान घायल भी हुए हैं, घायलों को रायपुर के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सीआरपीएफ के कंपनी कमांडर समेत 6 जवान लापता हैं। छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने अपना दिल्ली का दौरा रद्द कर, रायपुर के हॉस्पिटल पहुंचे जहां उन्होंने जवानों से उनका हाल जाना। सीएम रमण सिंह ने इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई।
नक्सली हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज छत्तीसगढ़ जाएंगे और हमले की जानकारी लेंगे। इस हमले में 25 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। इसमें 8 जवान घायल भी हुए हैं, जिसमें 4 की हालत गंभीर बनी हुई है। नक्सली जवानों के हथियार भी लूट कर ले गए हैं।
राजनाथ सिंह के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी होंगे। हमले के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राजनाथ ने कहा कि सरकार इसको चुनौती कीतरह ले रही है और इसके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। नक्सलियों ने यह हमला दक्षिणी बस्तर के बुर्कापाल-चिंतनगुफा इलाके में दोपहर करीब साढ़े बारह बजे किया था यह इलाका राज्य के सबसे ज्यादा माओवादी प्रभावित इलाकों में से एक है।
4 जवानों की हालत नाजुक
हलमे में 4 जवानों की हालत बेहद चिंताजनक बनी हुई है। शहीद सभी जवान सीआरपीएफ के 74वीं बटालियन के थे जिन्हें माओवादी विरोधी अभियान के लिए लगाया गया था। इस घटना के बारे में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को पूरी जानकारी दी। राजनाथ ने इस हमले को दुर्भाग्यूपर्ण बताया है। उनके अलावा राष्ट्रपति समेत पीएम मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।