सुनील राठी गैंग की कमर तोड़ने की तैयारी में हरिद्वार पुलिस, जानिये पूरी खबर




नवीन चौहान, हरिद्वार।
कुख्यात सुनील राठी गैंग की कमर तोड़ने की तैयारी हरिद्वार पुलिस ने कर ली है। पुलिस के रडार पर वो तमाम लोग है जो राठी की मुखबिरी करते थे। राठी की मां से पूछताछ में पुलिस को कई नामों का खुलासा हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने तमाम मुखबिरों के नामों की कुंडली की गहनता से जांच पड़ताल की गई। पुलिस को कई अहम पुख्ता सबूत मिले है। जिसके बाद इन मुखबिरों की गिरफ्तारी तय मानी जानी जा रही है। रू़ड़की में एक चिकित्सक से 50 लाख की रंगदारी में पुलिस ने कुख्यात सुनील राठी की मां राजबाला को गिरफ्तार किया था। राजबाला से पूछताछ की गई तो पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई। इसके बाद पुलिस ने एक बार कोर्ट से राजबाला की रिमांड मंजूर कराई। रिमांड के दौरान पुलिस ने तमंचा बरामद किया तथा पुलिस को कई मुखबिरों के नामों की सूची दी। जिसके बाद पुलिस इन नामों का सुनील राठी से कनेक्शन खंगालने लगी। इसी बीच हरिद्वार और कनखल के कारोबारियों को सुनील राठी के नाम से धमकाने की शिकायत सामने आ गई। पुलिस ने तमाम शिकायतों पर मुकदमा दर्ज किया तो हकीकत सामने आने लगी। कनखल में जिस प्रॉपर्टी डीलर प्रद्युम्न अग्रवाल के खिलाफ सुनील राठी के नाम से धमकाने के आरोप लगे थे वो खुद सुनील राठी का पीड़ित निकला। प्रद्युम्न को सुनील राठी ने हरिद्वार जेल में बंद रहने के दौरान मिलने की धमकी दी थी। प्रद्युम्न इस धमकी से इतना डर गया कि वो जेल में सुनील राठी से मिलने पहुंच गया। प्रद्युम्न अग्रवाल ने जेल परिसर में सुनील राठी की धमक को नजदीक से देखा। जिसके बाद ये चर्चा आम होने लगी कि प्रद्युम्न का सुनील राठी से कनेक्शन है। लेकिन जब एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने इस केस की बारीकी से पड़ताल कराई तो निकलकर आया कि प्रद्युम्न खुद सुनील राठी की धमकियों से पीड़ित है। वह राठी के बुलावे पर ही जेल पहुंचा था। जिसके पुख्ता सबूत प्रद्युम्न के पास मौजूद है। प्रद्युम्न ने सुनील राठी के धमकाने के तमाम सबूत पुलिस के आलाधिकारियों के सामने रख दिये। इधर रूड़की रंगदारी प्रकरण में राजबाला से मिली तमाम पुख्ता जानकारी और प्रद्युम्न अग्रवाल के पास से मिले सबूतों को एक साथ मिलाकर जोड़कर देखा तो कोई तीसरा व्यक्ति ही सामने आ गया। जो परदे के पीछे से इस खेल को अंजाम दे रहा था। पुलिस को इस केस में लीड मिलती चली गई। इसी केस की पहली गाज कनखल के क्षेत्राधिकारी जेपी जुयाल पर गिरी। जेपी जुयाल इस केस को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे थे। वह एसएसपी कृष्ण कुमार वीके तक सही जानकारी नहीं पहुंचा रहे थे। वही दूसरी ओर सुनील राठी गैंग से जुड़े तमाम आरोपियों की कुंडली पुलिस के पास आ गई है। जल्द ही पुलिस इस केस से परदा उठा सकती है।



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