बेहद ईमानदार, निडर व कठोर प्रशासक के रूप में अपनी छवि बनाने वाले कुलपति डॉ. ध्यानी को सीएम ने सर्टिफिकेट आफ अप्रिसिएशन ने नवाजा




नवीन चौहान.
वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एवं श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीताम्बर प्रसाद ध्यानी के उपलब्ध्यिों में एक और नगीना जुड़ गया है। शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उच्च शिक्षा, अनुसंधान और शैक्षणिक प्रशासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें ‘‘सर्टिफिकेट ऑफ अप्रिशिएशन’’ से नवाजा।

बतादें डॉ पीताम्बर प्रसाद ध्यानी प्रदेश के दो दो विश्वविद्यालयों के कुलपति पदभार को संभाल रहे हैं। उन्हें यह जिम्मेदारी उनकी ईमानदारी, लगन और कार्य के प्रति निष्ठा की वजह से ही मिली है। उनकी छवि बेहद ईमानदार, निडर व कठोर प्रशासक के रूप में जानी जाती है। छात्र हित में कड़ फैसले लेने से वह पीछे नहीं हटते। शिक्षा में सुधार के लिए भी वह निरंतर कार्य करते रहते हैं। छात्रवृत्ति घोटाले में दोषी कॉलेजों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की संस्तुति कर उन्होंने यह भी जता दिया कि भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। जो भी दोषी होगा उसे सजा दिलाने में कार्यवाही में शिथिलता नहीं बरती जाएगी।

राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मिले कई सम्मान
डॉ पीतांबर प्रसाद ध्यानी शिक्षा जगत में एक बड़ी पहचान बन चुके हैं। डॉ0 ध्यानी को राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कई सम्मान और पुरस्कार मिल चुके हैं। लीडिंग साइन्टिस्ट ऑफ द वर्ल्ड, टॉप 100 साइन्टिस्ट ऑफ द वर्ल्ड, भारत एक्सीलेंसी अवार्ड, गोल्ड मेडल फार इण्डिया, अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस, उत्तराखण्ड रत्न और वाईस चान्सलर ऑफ द ईयर अवार्ड आदि से सम्मानित किया जा चुका है।

राज्यपाल और पूर्व सीएम भी कर चुके हैं कार्य की सराहना
डॉ ध्यानी द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्यों के लिए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा भी नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सार्वजनिक रूप से सराहना कर चुके हैं। इनके अलावा प्रदेश की राज्यपाल द्वारा भी राज्य में पहली बार ‘‘लाईव ऑनलाइन परीक्षा’’ सम्पन्न कराने के लिए सराहना की जा चुकी है।

21 देशों में ले चुके हैं 311 संगोष्ठियों में भाग
डॉ0 ध्यानी एक प्रख्यात वैज्ञानिक और शिक्षाविद हैं। इन्हें 40 वर्षों का राज्य व केन्द्र सरकार में सेवा का बृहद अनुभव है। बेहद ईमानदार, निडर व कठोर प्रशासक के रूप में अपनी छवि बनाने वाले डॉ ध्यानी का पिछले 40 वर्षों का बहुत ही अच्छा ट्रैक रिकार्ड है। उनके 305 वैज्ञानिक प्रकाशन अभी तक प्रकाशित हैं, जिनमें 23 किताबें व 5 नीति निर्धारण दस्तावेज भी शामिल हैं। अभी तक डॉ0 ध्यानी विश्व के 21 देशों में भ्रमण कर 311 संगोष्ठियों में, शिक्षा और शोध के उन्नयन हेतु, प्रतिभाग कर चुके हैं।



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