रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के संतों ने हिंदू-मुस्लिम का भेदभाव किये बिना पहुंचायी 25 हजार से ज्यादा लोगों तक राहत सामग्री




नवीन चौहान
हरिद्वार. कोरोना संकट के चलते पूर्ण बंदी के इस दौर में स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित रामकृष्ण मिशन सेवा आश्रम जरूरतमंदों के लिए बहुत बड़े सहारे के रूप में सामने आया है। 23 दिन से लगातार रामकृष्ण मिशन के संत और चिकित्सक और अन्य स्टाफ के लोग जरूरतमंदों की मदद करने के लिए उनके घरों और झुग्गी झोपड़ियों तक राहत सामग्री लेकर पहुंच रहे हैं।

9 अप्रैल से शुरू की गई रामकृष्ण मिशन केे संतो इस अभियान ने अब तक 4 हजार से ज्यादा परिवारों को खाद्यान्न सामग्री वितरित की है जिससे अब तक करीब 25 हज़ार सेे ज्यादा लोगों तक सुबह का नाश्ता दिन और रात का भोजन पहुंचाया जा चुका है। जिसमें अब तक करीब 40 से 50 लाख के बीच खर्च हो चुका है यह सब खर्च मिशन के द्वारा ही किया गया है। 9 अप्रैल को हरिद्वार के टीबड़ी और सेक्टर एक बीएचईएल पीठ बाजार के पास झुग्गी झोपड़ियों में खाद्यान्न पहुंचाने का कार्य मिशन के संतो ने शुरू किया।

इस खाद्यान्न वितरण अभियान का उद्घाटन मिशन के सचिव स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज ने किया रामकृष्ण मिशन के वरिष्ठ संत और इस नर सेवा नारायण सेवा के मुख्य संयोजक स्वामी दयाधिपानन्द महाराज डॉ शिवकुमार ने बताया कि जिला प्रशासन के माध्यम से लोगों को चिन्हित करके उनको खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है। वहीं आज रानीपुर कोतवाली तथा ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में करीब 300 से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों खाद्य सामग्री बांटी गई। खाद्य सामग्री वितरण करने के अभियान की शुरुआत यहां मिशन के संतों ने सीओ सिटी अभय कुमार सिंह के कर कमलों से करवाई। इस अवसर पर बीएचएल के फाउंड्री गेट के आसपास रह रहे लोगों तथा धीरवाली और ज्वालापुर के सील किए गए पांवधोई आदि क्षेत्रों में खाद्य सामग्री वितरित की गई।

इस अवसर पर ज्वालापुर कोतवाली और रानीपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर तथा नगर निगम के पार्षद कई मुस्लिम समुदाय के गणमान्य व्यक्ति विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे। इस अवसर पर सीओ सिटी अभय कुमार सिंह ने कहा कि जरूरतमन्द परिवारों को खाद्य सामग्री वितरित करने का अभियान चलाकर मिशन के संतों ने मानवता की सच्चे अर्थों में सेवा की है। उन्होंने कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।


स्वामी दयाधिपानन्द महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने नर सेवा को ही सबसे बड़ी नारायण सेवा बताया क्योंकि हर व्यक्ति में नारायण का वास है और जरूरतमंदों की सेवा करके हम भगवान की पूजा अर्चना करते हैं। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन तक यह कार्यक्रम जारी रहेगा और मिशन हमेशा समाज केे वंचित लोगों की मदद करता रहा है और करता रहेगा। इस खाद्यान्न वितरण अभियान केेे साथ साथ कोरोना बीमारी से बचने के लिए सारगर्भित जानकारी वाले पम्पलेट भी बांटे गए और मॉस्क वितरित किए गए। खाद्य सामग्री वितरित करते समय सामाजिक दूरी का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है। बिना किसी जाति धर्म विशेष के भेदभाव किए बिना किये निस्वार्थ भाव से मानव सेवा में मिशन के संत चिकित्सक इस अभियान में जुटे हुए हैं। हरिद्वार जिले के गांव और शहर के 3 दर्जन से ज्यादा मोहल्लों में मिशन के संत खाद्यान्न वितरित कर चुकेे हैं। इस अवसर पर स्वामी अनाद्यानंद, स्वामी जगदीश महाराज स्वामी महाकालानंदा, ब्रह्मचारी सचिन, रूपक, अमरजीत, किशन, जनार्दन, गोकुल सिंह, सुनील मुखर्जी आदि उपस्थित थे।



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