अक्षिता रावत
हरिद्वार जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात एक बाबू के भ्रष्टाचार के चर्चे आम होने लगे है। बाबू की सेटिंग गेटिंग को लेकर भी तमाम सवाल उठने लगे है। विजिलेंस की कार्रवाई पर में छोटी मछलियों को पकड़ने की बात होने लगी।
आखिरकार ऐसा क्या हुआ जो बाबू को लेकर हरिद्वार की जनता आक्रोषित हो गई। बताते है कि बाबू की तैनाती हरिद्वार जिलाधिकारी कार्यालय में है। लेकिन उनके कारनामों की लंबी फेहरिस्त बनी हुई है। तत्कालीन जिलाधिकारियों ने उस पर नजर बनाकर रखी और घर पर छापेमारी तक की गई। कुछ गड़बड़ी मिली तो पहाड़ भेजकर मामले पर परदा डाल दिया। लेकिन एक बार फिर बाबू जी का नाम सुर्खियों में आया है। सोशल मीडिया पर आवाज उठने लगी है। आम जनता की तमाम शिकायते है।