मिल बैठकर दूर हुआ मंत्री और मेयर के बीच का विवाद, बीजेपी के शीर्ष नेताओं की रही भूमिका, जांच के लिए कमेटी




हरिद्वार. कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के आश्रम की दीवार गिराने के प्रकरण का पटाक्षेप हो गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने पूरे मामले की अनुशासन कमेटी से जांच कराने की बात कही है। जांच कमेटी 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। जिसके आधार पर दोषी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। इसके अलावा उन्होंने धरने पर बैठे महाराज के समर्थकों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया। अनशन टूटने के बाद महाराज के आश्रम के गेट के बाहर से कूड़ा हटवाने को महाराज के समर्थक राजी हो गये। नगर निगम के कर्मचारियों ने तत्काल कूड़ा उठाने की कार्यवाही शुरू कर स्थान को साफ कर दिया। जिसके बाद प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली।

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9 अगस्त को भारी बारिश के दौरान प्रेम नगर के आश्रम की दीवार को गिराये जाये के बाद आश्रम के स्वामी सतपाल महाराज और नगर के मेयर मनोज गर्ग के बीच विवाद छिड़ गया था। इस विवाद को सुलझाने के लिये भाजपा के शीर्ष नेताओं को दखल देनी पड़ी। इसी के चलते शनिवार की देर शाम चार भाजपा के दिग्गज नेताओं ने प्रेमनगर आश्रम पहुंचकर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात की। आश्रम पहुंचकर महाराज से मिलने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री हरिद्वार सांसद रमेश पोखिरियाल निशंक, रानीपुर विधायक ओदश चौहान, ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरानन्द, ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर लक्सर विधायक संजय गुप्ता रहे। उनके बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, सतपाल महाराज के प्रेम नगर आश्रम पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे तक अजय भटट और सतपाल महाराज की बंद कमरे में बातचीत हुई। कमरे से बाहर निकलकर मीडिया से बात करते हुए अजय भटट ने प्रकरण का पटाक्षेप करने पर सहमति बनने की बात की। इस दौरान सतपाल महाराज ने कहा कि जलभराव कोई नई समस्या नहीं है ये समस्या विगत कई सालों से बनी हुई है और कोई नेता इसका हल नहीं निकाल पाया है। मैं पर्यटन विभाग की योजनाओं से इस समस्या का निस्तारण करूंगा।



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