डीएम स्वाति भदौरिया का ‘‘वेस्ट टू वंडर पार्क’’बना आकर्षण का केंद्र




नवीन चौहान
डीएम स्वाति भदौरिया की दूरदर्शी सोच ने वेस्ट मटीरियल (अनुपयोगी वस्तुओं) को रिसायक्लिंग कर उपयोगी बनाकर सबके आकर्षण का केंद्र स्थापित कर दिया है। उन्होंने बताया कि अनुपयोगी वस्तुओं को भी उपयोग में लाया जा सकता है।जिससे अपने घर आंगन एवं आसपास की सजावट कर सकते है। चमोली जिले के क्लेक्ट्रेट परिसर के पार्क में अनुपयोगी वस्तुओं ने निर्मित सामान सभी के आकर्षण का केंद्र बन गया है। जिला प्रशासन के इनोवेटिव आइडिया से वेस्ट मटीरियल को उपयोग में लाकर एक सुन्दर पार्क तैयार कराया गया है।
इस पार्क का नाम ही ‘‘वेस्ट टू वंडर’’ रखा गया है। इस पार्क में खाली ड्रम, डब्बों, गाडी के टायरों एवं प्लास्टिक की खाली बोतलों व वकेट से सुन्दर कोकोनेट ट्री, डाॅल, गमले, प्लांट, बतख, तितली, फूलदान और वेस्ट प्लास्टिक बोतलों में मिट्टी भरकर आकर्षक दीवाल बनाकर पार्क की सजावट की गई है। वही खाली ड्रमों को काटकर पार्क में बैठने के लिए सौफे व बेंच बनाए गए है। साथ ही अनुपयोगी वस्तुओं से सुंदर सेल्फी प्वाइंट भी तैयार किया गया है जहाॅ पर पूरे पार्क के साथ सेल्फी ली जा सकती है। वेस्ट मटीरियल से बने सुन्दर गमलों में लगाए गए कई प्रजाति के फूल एवं सजावटी पौधे इस पार्क की सुन्दरता में और भी चार चांद लगा रहे है। पार्क के पेड़ों के आसपास सुंदर फूल, पौधे एवं नदी के गोल पत्थरों से सजावट की गई है। खाली डब्बों पर बने कई प्रकार के कार्टून व चित्र बच्चों को सहसा ही अपनी ओर आकर्षित कर रहे है। पूरा पार्क एक विशेष आकर्षण का केंद्र बना हैं। इस पार्क में आने वाला हर व्यक्ति नया अनुभव महसूस कर रहा है और जिला प्रशासन के प्रयासों की भी खूब सराहना हो रहीे है। जिले में इस तरह का यह पहला पार्क है जिसके माध्यम से वेस्ट मटीरियल को फिर से उपयोगी बनाने के लिए एक विशेष संदेश देने का प्रयास किया गया है।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने इस पार्क के संबंध में बताया कि “वेस्ट टू वंडर” पार्क बनाने के पीछे जिला प्रशासन की मनसा वेस्ट मटीरियल के प्रति आम लोगों को जागरूक कर अनुपयोगी वस्तुओं को प्रोडेक्टिव बनाना और इससे फैल रही गंदगी को रोकना है। साथ ही अनुपयोगी वस्तुओं से कई तरह के उपयोगी आईटम बनाने के लिए नया आइडिया देना भी इसका उदेश्य है ताकि लोग दैनिक जीवन में भी इस मंत्र का प्रयोग करें। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे जहाॅ एक ओर कूडा करकट समझी जाने वाली वस्तुओं का बेहतर उपयोग हो सकेगा वही पर्यावरण में वेस्ट मटीरियल से फैलने वाले प्रदूषण को कम करते हुए प्रकृति में साफ-सफाई और स्वच्छता बनाए रखने में भी मदद मिलेगी।बताते ​चले कि डीएम स्वाति भदौरिया ने हरिद्वार मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत होने के दौरान लकड़ी के वेस्ट मटीरियल से सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए फर्नीचर तैयार कराया था। जिसका उपयोग ​हरिद्वार के बच्चे आज भी कर रहे है।

चमोली जनपद में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के प्रयास से सुसज्जित पार्क


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