आंध्रप्रदेश में होने वाले अश्वमेध महायज्ञ के लिए शक्तिकलश का हुआ विशेष पूजन




हरिद्वार। देवसंस्कृति दिग्विजय अभियान के अंतर्गत शांतिकुंज द्वारा चलाये जा रहे अश्वमेध गायत्री महायज्ञ शृंखला की अगली कड़ी में आंध्रप्रदेश के गुंटुर जिले में 5 से 8जनवरी 2018 को होना निर्धारित है। इस निमित्त शक्ति कलश व आवश्यक मार्गदर्शन के लिए आंध्रप्रदेश व तेलंगाना राज्य से 400 से अधिक कार्यकर्त्ता भाई-बहिनगायत्री तीर्थ पहुँचे हैं। गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलदीदी ने अश्वमेध महायज्ञ के शक्तिकलश में 2400 तीर्थों के जल-रज की प्रतिष्ठा करविशेष पूजा अर्चना की। तत्पश्चात् उन्होंने दक्षिण राज्यों के समन्वयक श्री अश्विनी सुब्बाराव को सौंपा।

                इस अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. पण्ड्या ने आंध्रप्रदेश व तेलंगाना राज्य के गाँव-गाँव, घर-घर गायत्री के सद्विचार को पहुंचाने केलिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में सद्विचार ही लोगों को सही राह दिखायेगा। सद्बुद्धि की अधिष्ठात्री माँ गायत्री की उपासना एवं सत्साहित्यों केनियमित अध्ययन के साथ सत्संग करते रहने पर जोर दिया। डॉ. पण्ड्या ने कहा कि अश्वमेध महायज्ञ तक आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना राज्य के 10 लाख से अधिक नयेपरिवारों को युगऋषि के विचारों से जोड़ना है। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदी ने कहा कि अश्वमेध महायज्ञ के माध्यम से दक्षिण के राज्यों में सद्विचारों को फैलाना है।शैलदीदी ने सत्प्रवृत्ति संवर्धन एवं कुरीति उन्मूलन की दिशा में सार्थक पहल करने पर जोर दिया।

                पूजन के क्रम में दक्षिण भारत जोन के प्रभारी डॉ. बृजमोहन गौड़ ने कहा कि शक्तिकलश को घर-घर और गाँव-गाँव लेकर जाना है। डॉ. गौड़ ने बताया किपूजन के अवसर पर विशाखापत्तनम, विजयनगरम, अमलापुरम, श्रीकाकुलम, अनन्तपुरम, विजयवाड़ा, गुण्टूर, मंगलगिरी, हिन्दूपुर, प्रकाशम्, नेल्लूर, कर्नूल,वारंगल, एलंदू, करीमनगर, हैदराबाद, सिकन्द्राबाद, यादगिरी, बेल्लारी (कर्नाटक) आदि जिलों आये परिजन उपस्थित रहे। संयोजक श्री सुब्बाराव ने बताया किअश्वमेध महायज्ञ के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्रियों, आंध्रप्रदेश व तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों सहित अनेक गणमान्य नागरिकों कोआमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *