हरिद्वार। श्री गुरूरविदास महाराज के प्रकाश उत्सव पर ऐतिहासिक दमड़ी शोभायात्रा हरिद्वार नगरी में पहुंची। भगवान रविदास आश्रम बेगमपुरा निर्मला छावनी श्री गुरू रविदास मंदिर में यात्रा में शामिल श्रद्धालु भक्तों का जोरदार स्वागत किया गया। ऐतिहासिक दमड़ी शोभायात्रा डेरा संत प्रीतमदास (बाबे जोड़े) रायपुर, रसूलपुर, जालन्धर से शुरू होते हुए हरिद्वार पहुंचने पर ललतारौ पुल, अपर रोड होते हुए हरकी पौड़ी पर पहुंचकर पूजा अर्चना की गई। संत निर्मलदास ने बताया कि कई वर्षो से ऐतिहासिक दमड़ी शोभा यात्रा जालंधर से हरिद्वार पहुंचती है सैकड़ों भक्त श्रद्धालु यात्रा में गुरू रविदास महाराज के जीवन से जुड़े पहलुओं को यात्रा के माध्यम से लोगों को दर्शाते चले आ रहे हैं उन्होंने कहा कि रविदास महाराज के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिये उन्होंने मनुष्य कल्याण के लिए अनेकों कार्य किये। राष्ट्रीय भावना जागृत करने में उनका अहम योगदान रहा। युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। हरिद्वार नगरी के लोग भी यात्रा में शामिल सभी श्रद्धालु भक्तों का भव्य स्वागत करते चले आ रहे हैं। संत भगवान दास ने कहा कि महापुरूषों के जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है गुरू रविदास महाराज का जीवन प्रशंसनीय हैं। उनके द्वारा किये गये कार्य आज भी समाज द्वारा ग्रहण किये जाते हैं। मनुष्य कल्याण के लिये हमंे सदैव तत्पर रहना चाहिये। भगवान रविदास आश्रम बेगमपुरा निर्मला छावनी सदैव ही एकता भाईचारे का संदेश देती चली आ रही है। लगातार लंगर भण्डारों के आयोजनों के साथ-साथ धार्मिक क्रियाकलाप भी बढ़ चढ़कर किये जाते हैं। आश्रम के प्रबन्धक गुरूदेव सिंह ने बताया कि ऐतिहासिक दमड़ी शोभा यात्रा में शामिल सभी भक्तों का स्वागत कई वर्षो से किया जाता है। रविवार को आश्रम में बड़े लंगर का आयोजन किया जाता है। जिसमें अखण्ड पाठ, साहेब कथा कीर्तन एवं संत समागम भी होगा। उन्होंने कहा कि जालंधर यह यात्रा कई राज्यों से होते हुए हरिद्वार पहुंचती है। यह भक्तों का प्रेम है जो कि प्रतिवर्ष यात्रा में लोग हिस्सा लेते हैं। इस अवसर पर यात्रा का स्वागत करने वालों में संत श्रवणदास, संत भगवानदास, संत टहलदास, संत बलवंतराम, संत गुरदीप गिरि, सेवादार में पाल सिंह, टिन्का, संतराम, समाजसेवी राजेश कुमार ने सभी यात्रा में शामिल श्रद्धालु भक्तों का आभार जताते हुए फूल मालायें पहनाकर जोरदार स्वागत किया।