ABVP शिक्षा, अर्थव्यवस्था, भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीय सुरक्षा को देगी बढ़ावा, राष्ट्रीय अधिवेशन में बनाई रणनीति




जोगेंद्र मावी
अभाविप के 66 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में 1,02,072 विद्यार्थियों ने की सहभागिता करते हुए शिक्षा क्षेत्र के विभिन्न विषयों के समाधान हेतु अभाविप ने राष्ट्रव्यापी आंदोलन की बनाई योजना। इसी के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हो शीघ्र क्रियान्वयन, राष्ट्रीय परिदृश्य, आत्मनिर्भरता से समृद्धि की ओर अग्रसर भारत, विशिष्ट संस्कृति व जीवन पद्धति के द्वारा कोरोना महामारी से विजय पाता भारत इन शीर्षकों से चार प्रस्तावों को पारित कर इनके माध्यम से महत्वपूर्ण विचार तथा अभाविप की भावी योजनाओं को रखा है। इन प्रस्तावों के माध्यम से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा शिक्षा, अर्थव्यवस्था, भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विचार किया गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हरिद्वार इकाई द्वारा नागपुर में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन की विस्तार से जानकारी दी। प्रदेश सह मंत्री मोहित चौहान ने कहा कि अभाविप का 66 वां राष्ट्रीय अधिवेशन विभिन्न कारणों से अभूतपूर्व रहा है। 2907 स्थानों पर एक लाख से अधिक गांव, कस्बों तथा महानगरों के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने प्रत्यक्ष एवं आभासी माध्यमों से अधिवेशन में सहभागिता की। जिला संयोजक राहुल चौधरी ने कहा कि 66 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शिक्षा क्षेत्र तथा युवाओं से जुड़े विषयों के साथ-साथ राष्ट्रीय महत्व से जुड़े विषयों पर क्रमशः राष्ट्रीयता का भाव परिलक्षित करती राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हो शीघ्र क्रियान्वयन, राष्ट्रीय परिदृश्य, आत्मनिर्भरता से समृद्धि की ओर अग्रसर भारत, विशिष्ट संस्कृति व जीवन पद्धति के द्वारा कोरोना महामारी से विजय पाता भारत इन शीर्षकों से चार प्रस्तावों को पारित कर इनके माध्यम से महत्वपूर्ण विचार तथा अभाविप की भावी योजनाओं को रखा है। इन प्रस्तावों के माध्यम से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा शिक्षा, अर्थव्यवस्था, भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विचार किया गया है।
नगर संगठन मंत्री ईशा बदलवाल ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कोरोना काल के दौरान शिक्षण संस्थानों में हुई शुल्क वृद्धि को वापस लेने तथा कमजोर वर्गों के लिए न्यायोचित शुल्क माफी, छात्रवृत्ति तथा शोधवृत्ति में आ रही अनियमितताओं को दूर करते हुए समय के अनुसार धनराशि में बढ़ोतरी व समय से इसे लाभान्वितों को जारी करने तथा उच्च शिक्षण संस्थानों में पारंपरिक माध्यमओं से शिक्षा शुरू करने के लिए कोविड नियमों का पालन करते हुए छात्रों की चरणबद्ध तरीके से वापसी सुनिश्चित करने आदि विषयों पर चर्चा के उपरांत राष्ट्रव्यापी आंदोलन का निर्णय लिया है।
नगर मंत्री अमन कुशवाहा ने कहा कि अभाविप द्वारा 66 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में पारित पहले प्रस्ताव के अंतर्गत केन्द्र सरकार द्वारा भारतीय विचार केन्द्रित तथा वर्तमान समय की मांग के अनुरूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाने हेतु नीति-नियंताओं का अभिनंदन करते हुए एनईपी 2020 के शीघ्र पूर्ण क्रियान्वयन की मांग की है। साथ ही इस प्रस्ताव के अंतर्गत विभिन्न पिछड़े तथा कमजोर वर्गों के लिए शिक्षा क्षेत्र में विशेष छूट, भारत केन्द्रित पाठ्यक्रमों के निर्माण, शोध हेतु बजट बढ़ाने तथा शिक्षा क्षेत्र के लिए 6 प्रतिशत बजट आवंटन, शिक्षकों के प्रशिक्षण, आय तथा प्रोन्नति पर ध्यान तथा सभी वर्गों के लिए सुलभ शिक्षा व्यवस्था आदि सुनिश्चित करने की मांग की गई है।
राष्ट्रीय अधिवेशन में पारित ‘राष्ट्रीय परिदृश्य’ शीर्षक दूसरे प्रस्ताव के अंतर्गत भारतीय व्यवस्था के भीतर आए विभिन्न सकारात्मक परिवर्तनों जैसे राम मंदिर निर्माण शुरू होने, नागरिकता संशोधन कानून, विभिन्न मोर्चों पर शत्रुओं की सेना पर भारतीय सेना के भारी पड़ने तथा जलवायु संरक्षण के मोर्चे पर तय लक्ष्य से अधिक सफलता प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने हेतु भारत सरकार के प्रयासों तथा उपलब्धियों का अभाविप ने स्वागत किया है तथा देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए लगातार चुनौती बनने के प्रयास में जुटी अलगाववादी तथा विभाजनकारी ताकतों की निंदा की है। अभाविप ने कृषि क्षेत्र में व्यापक सुधार की दिशा में अग्रसर होने पर भारत सरकार की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है। इन सबके अतिरिक्त अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने देश के नागरिकों से प्रस्तावित आगामी जनगणना में सही जानकारी देने का आह्वान किया है।
‘आत्मनिर्भरता से समृद्धि की ओर अग्रसर भारत’ शीर्षक तृतीय प्रस्ताव के अंतर्गत अभाविप ने स्वास्थ्य क्षेत्र में आधारभूत संरचना निर्माण, लघु एवं सूक्ष्म उद्यमों को लेकर चल रहे सकारात्मक प्रयासों के प्रति संतोष व्यक्त करते हुए केन्द्र तथा राज्य सरकारों से कृषि,वन, लघु एवं कुटीर उद्योगों का स्थानीयकरण करने की मांग उठाई है, जिससे शहरी क्षेत्रों पर निर्भरता तथा ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन संबंधी समस्याओं का अंत हो सके। अभाविप ने इस प्रस्ताव के माध्यम से भारतीय जीवनशैली के प्रचार प्रसार और अनुकरण की आवश्यकता की ओर ध्यान केंद्रित कर नई व्यवस्थाओं के निर्माण पर बल दिया है। प्रेस वार्ता के दौरान मोहित चौहान, राहुल चौधरी, ईशा बदलवाल, अमन कुशवाहा कार्यकर्ता मौजूद रहे।



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