हरिद्वार। मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद महाराज ने विश्व हिन्दू धर्म प्रसार के पदाधिकारी के बयान पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि डीजे की आवाज ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा देती है। मातृसदन समान रूप से ध्वनि के होने पर अपनी कार्यवाही को करता चला आ रहा है। लेकिन धर्म प्रसार के पदाधिकारी द्वारा गलत तरीके से हमारे ऊपर आरोप लगाया मातृसदन किसी भी रूप में ध्वनि प्रदूषण को स्वीकार नहीं करता है। कानून के दायरे में रहकर ही कार्य किये जाये कानून के बाहर किसी भी प्रकार के कार्य से मातृसदन समझौता नहीं करता है। उन्होंने कहा कि लाखों की संख्या में कावंड़िये अपने साथ कान फोड़ू डीजे लेकर पहुंचते हैं ऐसे में ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है। कानून का पालन पूर्ण रूप से किया जाना चाहिये। उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि जिस पदाधिकारी द्वारा बयान दिया गया है उसके खिलाफ शासन प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच की मांग का पत्र दिया जायेगा। संतों की उपेक्षा करने वाले हिन्दूवादी नेता को तर्क संगत बात करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि हरिद्वार धर्मनगरी में खनन माफिया, शराब माफिया सक्रिय है। ऐसे में हिन्दूवादी नेता को उनके खिलाफ भी अनर्गल बयानबाजी देनी चाहिये। समाज सुधार की बात करने वाले मातृसदन पर किस प्रकार का दबाव बनाकर औछी बयानबाजी कर रहे हैं। किसी भी सूरत में ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने बद्रीनाथ के पुजारी पर महिला द्वारा लगाये गये आरोपों की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में गलत आरोपों को स्वीकार नहीं किया जायेगा। सत्यता समाज के सामने आनी चाहिये। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ तीर्थ को बदनाम किया जा रहा है। जो कि समाजहित में नजर नहीं आता है। निष्पक्ष तरीके से महिला के आरोपों की जांच होनी चाहिये। स्त्री की सुरक्षा व कानून का दुरूपयोग नहीं होना चाहिये महिलाओं का सम्मान किया जाना जरूरी हैं। सत्यता भी सामने आनी चाहिये। उन्होंने कहा कि गंगा की अविरलता स्वच्छता से किसी भी प्रकार का समझौता मातृसदन करने वाला नहीं हैं।