खाकी में छिपी कवियत्री ने ख्वाबों के खत में उकेरे अपने भाव,जानिये पूरी खबर




अनुराग गिरी

हरिद्वार। खाकी के भीतर सख्त अनुशासन होता है। लेकिन इस खाकी वर्दी के पीछे एक कवि छिपा हो ये सुनने में थोडा अजीब सा जरूर लगता है। पर उत्तराखंड के चमोली जिले की महिला पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने अपने दिल की भावनाओं को कविताओं के माध्यम से कागज पर उकेरा है। इन तमाम कविताओं को संकलित कर अपनी पहली पुस्तक ख्वाबों के खत नाम से पाठकों के लिये प्रस्तुत की है। आईपीएस तृप्ति भट्ट ने कविताओं के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों पर गहरा प्रहार किया गया है। पुलिस की कठिन डयूटी के साथ-साथ कविताओं को लिखने का जो जज्बा उन्होंने दिखाया है वह महिला जगत के लिये प्रेरणा स्रोत्र बन गई है।

चमोली जिले की एसपी तृप्ति भट्ट का उत्तराखंड से गहरा नाता है। पहाडों की गोंद में जन्मी तृप्ति का जन्म अल्मोडा के एक शिक्षक परिवार में हुआ। बचपन से ही तृप्ति को किताबों को पढने का विशेष लगाव रहा लेकिन तृप्ति ने अपने मन में देश की सेवा करने की ठान रखी थी। पंतनगर यूनिवर्सिटी से मेकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद तृप्ति ने कई सरकारी और गैर सरकारी नौकरियों के ऑफर को ठुकराकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। साल 2013 में आईपीएस में चयन हो गया। आईपीएस का कठिन प्रशिक्षण हासिल किया लेकिन अपने पढने और लिखने के शौक को कविताओं के माध्यम से कागज पर उकेरना जारी रखा। इस पुस्तक में तृप्ति ने समाज के विभिन्न ज्वलंत मुद्दों, सामाजिक कुरीतियों और देश भक्ति से ओतप्रोत कई कविताओं को लिखा। जब इन कविताओं का काफी संग्रह हो गया तो प्रभात प्रकाशन की मदद से एक पुस्तक का रूप दिया गया। ख्बावों के खत शीर्षक नाम से प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सिनेमा जगत की मशहूर फिल्म अभिनेत्री शबाना आजमी और वीर रस के विख्यात कवि हरिओम पंवार ने किया।ख्बावों के खत में कवियत्री तृप्ति भट्ट ने अपने बचपन की कुछ यादों को भी ताजा किया है।

आईपीएस तृप्ति भटट की जल्द ही अंग्रेजी कविताओं की एक नई पुस्तक पाठकों के बीच होगी। इस अंग्रेजी पुस्तक में तृप्ति भटट ने खूबसूरत कविताओं की रचना संग्रह की है। श्रृंगार रस, वीर रस सहित तमाम विधाओं में ये रचना आपको पढ़ने का मिलेगी।  



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