पुनीत गोयल
बिजनौर। कोडिया रेंज के क्षेत्रीय वनाधिकारी वीके सक्सेना के खिलाफ उन्ही के विभाग के कर्मचारियां ने मोर्चा खोल दिया है। विभाग के तमाम कर्मचारियां का अरोप है कि कर्मचारियों की कुर्सी पर वन माफियाओं व ठेकेदारों को बैठाया जाता है। उन पर आरोप है कि वर्तमान क्षेत्रीय वनाधिकारी अपनी हठधर्मिता दिखाते है व सबसे अमाननीय व्यवहार करते हैं। इसके अलावा माफियाओं से मिलीभगत कर प्रदेश को राजस्व की हानि पहुंचा रहे हैं।
बिजनौर के प्रभागीय वनाधिकारी को भेजे गए शिकायती पत्र में वन दरोगा वीरेन्द्र सिंह, कोमल सिंह, नरेन्द्र सिंह समेत दर्जनों कर्मचारियों ने अपने ही विभाग के वर्तमान क्षेत्रीय वनाधिकारी वीके सक्सेना पर गम्भीर आरोप लगाए है। पत्र में कहा है कि क्षेत्रीय वनाधिकारी कर्मचारियों के साथ मजदूरों जैसा व्यवहार करते है। कर्मचारियों की कुर्सी पर वन माफियाओं व ठेकेदारों को बैठाया जाता है। कोडिया रेंज में अवैध कटान एवं अवैध खनन जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं में स्टॉफ को दोषी ठहराकर कारवाही कर दी जाती है। आरोप है कि सागौन के 270 वृक्षों का अवैध पातन करवाने का इनके विरूद्ध वन दरोगा ने शिकायत की है। आरोप है कि ऑफिस के सरकारी दस्तावेजों को क्षेत्रीय वनाधिकारी अपने कब्जे में रखते हैं। कर्मचारियों ने अपने शिकायती पत्र में कहा कि सक्सेना बात-बात पर रेंज स्टॉफ का वेतन रोकने पीडी बनवाने, मुख्यालय से अनुपस्थित रहने की धमकी देते हैं। इसके अलावा वह अपने रसूख की भी धमकी देते है। शिकायती पत्र में हस्ताक्षर करने वालों में वन दरोगा पुष्पेन्द्र कुमार, वन रक्षक रूप नारायण, वी एन शर्मा, विजय सिंह बिष्ट, चंदन सिंह ट्रैक्टर सहायक, विवेक कुमार पौधशाला माली, सुन्दरमणि चौकीदार, सुंदर सिंह वाहन चालक सभी दर्जनों कर्मचारियों के हस्ताक्षर है।