नकारा नहीं जा सकता पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के चार साल के कामों को




नवीन चौहान
उत्तराखंड की राजनीति में उठापटक का दौर जारी है। शुक्रवार को अचानक तीरथ सिंह रावत के इस्तीफा दिये जाने के बाद सत्ताधारी पार्टी भाजपा में हड़कंप मचा है। अब नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगायी जाएगी। लेकिन इस सब घटनाक्रम के बीच एक बात जो सामने आ रही है वह पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का चार साल का कार्यकाल।
पूर्व मुख्यमंत्री अपने चार साल के कार्यकाल में प्रदेश के विकास में जुटे रहे। उन्होंने उन कार्यों को अंजाम तक पहुंचाया जो वर्षों से रूके पड़े थे। जबकि निवर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपने चार महीने के कार्यकाल में केवल अपने अटपटे बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे। उन्होंने अपने चार साल के कार्यकाल में एक भी ऐसा कार्य नहीं किया जिसे उनकी उपलब्धि बताया जा सके।
जबकि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने चार साल के कार्यकाल में एक शानदार और ईमानदार छवि पारी खेली, उन्होंने 262 मोटरेबल पुल बनाये, हरिद्वार से नेपाली फार्म और टिहरी में डोबराचांठी पुल का दशकों से रूका काम पूरा कराया, दून मेडिकल कॉलेज की न्यू ओपी बिल्डिंग का काम पूरा कराया, उत्तराखंड में 11000 किलोमीटर नये मोटरमार्ग बनाये, 260 नये डाक्टरों की नियुक्ति, 128 नयी हाईटेक एम्बूलेंस खरीद, 13 जिलों में 13 नये पर्यटन केन्द्रों का विकास, प्रदेश में 14 नयी झीलों का विकास, चारधाम देवस्थानम बोर्ड, गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी और कमीश्नरी का निर्माण, गैरसैंण भावी राजधानी के लिए 28000 करोड़ का प्रावधान, चारधाम सड़क परियोजना और चारधाम रेल परियोजनाओं के कार्य में तेजी से निर्माण, देहरादून की ऋषिपर्णा नदी को पुनर्जीवित करने का असंभव बीड़ा उठाने का साहस, हर घर जल का नल, जिला व मुख्यालयों से हर विकासखंड तक डबल लेन मोटर मार्गों की घोषणा, महिलाओं के सिर से घास का बोझ हटाने की घोषणा, विधानसभा और सचिवालय से दलालों को बाहर किया, शराब सिंडिकेट भी काफी हदतक तोड़ दिया था, बेदाग चरित्र, बेलाग बातें, दृढ़ संकल्प व्यक्ति और 80% घोषणा पूरी करना रही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की प्रमुख उपलब्धियां रही हैं।
यही वजह है कि पार्टी के विधायकों को भले ही उनसे नाराजगी हो लेकिन प्रदेश की जनता ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्य को सराहा है। उनके द्वारा किये गए कार्य जनता के हित में काम आ रहे हैं।



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