केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का सपना, गंगोत्री से गंगासागर तक रीवरपोर्ट




नवीन चौहान
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बहुआयामी सोच के धनी है। उनकी सोच विकासशील है। ऐसी ही अपनी सोच और इरादों की झलक उन्होंने हरिद्वार में पेश की। उन्होंने गंगोत्री से गंगासागर तक पानी मार्ग को विकसित करने की बात कही। इसके अलावा पहाड़ के पेड़ पौधों का सदुपयोग करने से लेकर औली को विकसित करने और देहरादून से मसूरी तक रोपवे संचालित करने की प्लानिंग बताई।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड हमारी देवभूमि है। ये हमारे देश की प्रतिष्ठा और सम्मान है। दुनिया से लोग यहां आते है। इसीलिए रोड़ अच्छी बननी चाहिए। हमारे सरकार बनने से पहले 2522 किलोमीटर रोड़ थी। अब हमने 3 हजार किलोमीटर कर दी है। एनएस हाईवे के विकास पर 50 हजार करोड़ खर्च कर रहे है। चारधाम यात्रा का कार्य शुरू कर दिया है। नये मार्ग पर 4 हजार करोड़ खर्च कर रहे है। भारत माला योजना में 12 हजार करोड़ खर्च किया जा रहा है। सड़क केंद्रीय एवं सड़क निगम में 580 करोड़ खर्च किया जा रहा है। पैंसों की कोई कमी नही है। इस देश में काम करने वालों की कमी है। सही इच्छा शक्ति से कार्य किया जाए तो वो पूरा होता है। उन्होंने कहा कि आंखे दान करना आसान है। पर विकास की दृष्टि दान करना कठिन हैं। उन्होंने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर इशारा करते हुए कहा कि गंगोत्री से एअरपोर्ट में बैठकर मैं गंगा सागर तक जाना चाहता हूं। ऐसा मेरे जीवन का एक सपना है। उन्होंने बताया कि मैंने जो सपने देखे वो पूरे हुए है। कोई भी बात कठिन हो सकती है। लेकिन असंभव नही हो सकती है। इसीलिए मैंने गंगा में वाराणसी से इलाहाबाद, प्रयागराज में जलमार्ग बनाने की तैयारी शुरू की है। वाराणसी से हल्दिया तक बना दिया है। चार मल्टीमॉडल हब बना दिए है। अस्सीघाट पर माल आ रहा है। यूपी की चीनी पानी से बंग्लादेश जा रही है। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है कि पानी में उतरने वाले हवाई जहाज में आए। दिल्ली से हरिद्वार रीवर पोर्ट में जाए। उन्होंने बताया कि रसिया से एक ऐसी वोट लेकर आई है। जो प्रयागराज से वाराणसी के बीच में चलाने वाले है। उसमें टोयटा के लैंडक्रूजर का इंजन है। उसमें हवाई जहाज के पंखे लगे है। उसकी स्पीड 80 किलोमीटर प्रतिघंटा है। वो दस सेकेंड के ब्लाक में चलता है। वो मैं उत्तराखंड में भी देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि पानी से चलने का सपना देखिए। जनमार्ग को विकसित करने का प्रस्ताव भेजिए मैं इस पर सहयोग करूंगा। एअरपोर्ट, रेलवे स्टेशन की तर्ज पर रीवरपोर्ट बनाया जाए। मुख्यमंत्री से कहा कि
ओली को विकसित किया जाए। ओली में संसार के लोग आ सकते है। उत्तराखंड में बिजली भरपूर है। आप इस साल के लिए बिजली फ्री कर दीजिए। प्राइवेट इंवेस्टर को इंवेस्ट करने के लिए बोलिए। बस के टिकट रेल से सस्ते होगे। लोग हवा में उडेंगे। डबल डेकर बस चलेंगी।हरिद्वार और देहरादून की गली-गली में चलेंगी। बस से भी सस्ता मैट्रो का। मैट्रो बनाने के लिए 350 करोड़ रूपया प्रति किलोमीटर का खर्च आता है। इसको केवल 50 करोड़ में करायेंगे। उत्तराखंड को पब्लिक ट्रांसपोर्ट और इलेक्टिसिटी हब बनाइये। पानी में चलिए, हवा में चलिए और रोड़ को बचाइए। डीजल पैट्रोल से प्रदूषण भी कम होगा। उन्होंने कहा कि मैंने तो डीजल और पैट्रोल को लंबा करने का पूरा प्लान बना लिया है। मेरे शहर में बिजली से चलने वाली 250 टैक्सी लगाई है। बायो फयूज को इस्तेमाल करने का तरीका अपनाईए। उत्तराखंड के पहाड़ों पर उपलब्ध संसाधनों से बायो इंधन का हब उत्तराखंड को बनाने का सुझाव सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को दिया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने अनुभव और तकनीक की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में विकास की अपार संभावनाये है। बस आप उसका उपयोग करें। उन्होंने बताया कि हमने तो अपने शहर के टायलेट के पानी को 80 करोड़ में बेच दिया। और जो शौचालय से सलज को बायो डायजेस्ट से तेल बनाकर 100 बसे चलाने का प्रोग्राम कर रहे है। इतने बायो डायजेस्टर पड़े है इनका उपयोग करके बेरोजगारों को रोजगार दो। पूरी सरकार की गाडि़यां सीएनजी से चलेगी। ये सब संभव है। यही करने से पर्यावरण बचेगा। सही नेता चाहिए सही विजन चाहिए। मैट्रीरियल कैसा भी हो उसको सोना बनाया जा सकता है। उत्तराखंड का विकास भी होगा और पर्यावरण की रक्षा भी होगी। गंगा भी अविरल और शुद्ध होगी।

इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केबिनेट मंत्री मदन कौशिक, सतपाल महाराज, सतपाल सिंह, हरक सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, संजय गुप्ता, आदेश चौहान, सुरेश राठौर, प्रदीप बत्रा, सुरेंद्र नेगी भरत चौधरी, नमामि गंगे के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्र, ऋषिकेश मेयर अनिता ममगई सहित भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *