उत्तराखंड पुलिस में शोक की लहर, संवेदनहीन सरकार ने नहीं ली सुध




नवीन चौहान
उत्तराखंड पुलिस में इन दिनों शोक की लहर है। दो कांस्टेबलों की दुर्घटना में मृत्यु के बाद महिला उप निरीक्षक माया बिष्ट भी जिंदगी और मौत के बीच जंग हार गई। अस्पताल में चार दिनों तक जिंदगी से जंग लड़ते हुए आखिरकार माया बिष्ट ने इस दुनिया को छोड़ दिया। लेकिन उससे भी अधिक दुखद पहलू ये रहा कि उत्तराखंड सरकार की ओर से इन शोकाकुल परिवारों के घर में ढांढस तक बंधाने की जहमत नहीं उठाई। पीड़ितों के परिवारों के लिए कोई आर्थिक मदद की घोषणा तक नहीं की गई। इस दुर्घटना के बाद उत्तराखंड पुलिस के जवान सरकार के रवैये से बेहद आहत है। हालांकि अनुशासित महकमे में होने के चलते पुलिसकर्मी खुलकर तो कुछ नहीं बोल रहे है। लेकिन मन ही मन में आहत दिखाई दे रहे है।
चार दिन पूर्व वीआईपी डयूटी में जाने के दौरान उत्तराखंड पुलिस के जवानों का एक सरकारी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से दो कांस्टेबल की मौत हो गई। जबकि एक थाना प्रभारी काठगोदाम नंदन सिंह बिष्ट और महिला उप निरीक्षक माया बिष्ट को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जबकि इस हादसे में दो कांस्टेबल ललित और नंदन की मृत्यु हो गई थी। इस दुर्घटना में घायल हुई महिला उप निरीक्षक माया बिष्ट ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जिसके बाद से पूरा पुलिस महकमा शोकाकुल है। न्यूज127 पुलिसकर्मियों के निधन पर शोक व्यक्त करता है और शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना ईश्वर से करता है।



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