हरिद्वार। आपदा प्रबन्धन विभाग द्वारा भूकम्प आने पर किस तरह की परिस्थिति में लोगों को त्वरित राहत पहुंचायी जाये इसको लेकर भूकम्प की माॅक ड्रिल अभियान चलाया गया। भूकम्प आने के पश्चात लोगों को किस तरह से सुरक्षा दी जाये घायलों को अस्पताल तक ले जाने की व्यवस्थाओं को माॅक ड्रिल द्वारा पुलिस एवं आपदा प्रबन्धन के कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा भूकम्प आने के काल्पनिक दृश्यों के द्वारा किस तरह से उस दौरान कार्य किये जाये इसको लेकर आपदा प्रबन्धन विभाग द्वारा माॅक ड्रिल अभियान चलाया गया। उत्तराखण्ड में कभी भी भूकम्प आने की संभावनायें बनी रहती है ऐसे में लोगों को त्वरित राहत पहुंचाने की मुहिम की माॅक ड्रिल की गई। भूकम्प आने की स्थिति में पानी, बिजली सड़क एवं राशन की आपूर्ति के साथ-साथ अस्पतालों में मरीजों को किस प्रकार सुरक्षा के साथ पहुंचाया जाये इसको लेकर भी माॅक ड्रिल अभियान में दर्शाया गया मेला अस्पताल एवं रोशनाबाद व चण्डी देवी मार्ग पर आपदा प्रबन्धन की टीम ने माॅक ड्रिल अभियान चलाते हुए भूकम्प से राहत पहुंचाने की कार्यवाही को अंजाम दिया। माॅक ड्रिल अभियान में एसडीआरएफ, सीआईएसएफ, बीईजी के अधिकारियों के देख रेख में माॅक ड्रिल अभियान को संचालित किया गया। इससे पूर्व भी सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा माॅक ड्रिल अभियान की तैयारियों को लेकर बैठकें आयोजित की गई। जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन, मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. मेहरबान सिंह बिष्ट, अपर जिला अधिकारी प्रशासन डाॅ. अभिषेक त्रिपाठी, नगर मजिस्ट्रेट जयभारत सिंह ने अधिनिष्ठों को इस सम्बन्ध में विभिन्न जानकारियां उपलब्ध कराई। आपदा प्रबन्धन की टीम ने माॅक ड्रिल के माध्यम से भूकम्प त्रासदी से निपटने के लिए अपने तरीकों को अपनाते हुए विभिन्न स्थानों पर माॅक ड्रिल कर अपना प्रदर्शन दिखाया। उत्तराखण्ड में विषम भौगोलिक परिस्थितियों में लोगों को त्वरित सहायता पहुंचाने में किस तरह के उपाय प्रयोग किये जाये इसको भी माॅक ड्रिल के अभियान से पुलिस जवानों द्वारा दर्शाया गया। सुबह से ही इसकी तैयारियां हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में देखने को मिली।