नवीन चौहान
कई वर्षों से थानों में जमे पुलिस कर्मियों पर एसएसपी की नजर टेढ़ी हो गई है। भ्रष्टाचार के खिलाफ हल्ला बोल पर एसएसपी ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए थानों में सालों से जमे 75 पुलिस वालों को लाइन हाजिर कर दिया। बताया जा रहा है कि इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ एक् सप्ताह तक गोपनीय जांच करायी गई, जिसमें कुछ पुलिस कर्मियों के नाम भ्रष्टाचार में लिप्त होने के रूप में सामने आए। माना जा रहा है कि ऐसे पुलिसकर्मियाें के खिलाफ और भी विभागीय कार्रवाई की जा सकती है।
मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बुधवार को 75 पुलिसकर्मी एक साथ लाइन हाजिर किये, ये सभी वर्षों से एक ही थाने में जमे थे। बताया गया कि एसएसपी ने चार्ज संभालने के बाद एक सप्ताह पहले एक टीम गठित की थी जो थानों की गोपनीय जांच कर रही थी। जांच के दौरान यह देखा गया कि थाने में कौन पुलिसकर्मी क्या करता है, उनके खिलाफ क्या शिकायतें हैं। एसएसपी ने जिन पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया है उनमें दो दरोगा, चार थाने की जीप चलाने वाले चालक, 37 कांस्टेबल और 32 हेड कांस्टेबल शामिल हैं।
लाइन हाजिर किये गए पुलिसकर्मियों की सुबह-शाम पुलिस लाइन में गणना होगा। इन सभी का अवकाश, मेडिकल से जुड़ा विवरण रखा जाएगा, अवकाश को प्रशिक्षण की अवधि में जोड़ा नहीं जाएगा। प्रशिक्षण की अवधि में क्या क्या कार्य किये, इसका प्रदर्शन विवरण भी तैयार होगा। एसएसपी के मुताबिक 75 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण के लिए पुलिस लाइन भेजा गया है। पुलिस लाइन में तैनात पुलिस कर्मियों को थाने में भेजा जा रहा है। पुलिस कर्मियों का थाने में रहने का एक निर्धारित समय होता है, जिसमें कई पुलिस वालों का समय पूरा हो गया है।