मेरठ: केंद्र की मोदी सरकार स्वच्छता अभियान को प्राथमिकता सूची में पहले पायदान पर रखे है। सूचना के अन्य माध्यमों से सरकार गांवों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) करने के लगातार संदेश दे रही है। लेकिन अब इसका असर दिखता नजर आ रहा है।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत ‘मेरठ महान’ अभियान के तहत शुक्रवार (17 मार्च) को विकास भवन में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। ‘‘खुले में शौच मुक्त ग्राम घोषणा समारोह’’ का शुभारंभ डीएम बी चन्द्रकला ने किया। इस अवसर पर 65 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ घोषित किया गया। साथ ही इन ग्राम प्रधानों को शाॅल भेंट कर ‘मेरठ महान’ की उपाधि से सम्मानित किया गया। बता दें कि इससे पहले मेरठ के 44 गांवों को शौच मुक्त किया जा चुका है। इस कार्यक्रम में डीएम बी चंद्रकला ने बताया कि जिले के 65 अन्य ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है। इसके लिए उन्होंने इन गांवों के ग्रामीणों को सराहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है स्वच्छता का कार्यक्रम एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है। बल्कि यह हर नागरिक का अपना एक कार्यक्रम है।चंद्रकला ने कहा, कि जिन शौचालयों का निर्माण किया गया है उस गांव के लोगों को उसके दैनिक उपयोग के लिए प्रेरित भी किया जाना चाहिए। उन्होंने ग्राम प्रधानों से कहा कि वह अन्य ग्रामों के प्रधानों को भी शौचालय निर्माण कराकर उसके इस्तेमाल के लिए प्रेरित करें।