नवीन चौहान
उत्तराखंड विधानसभा में बैकडोर भर्ती के जरिए नौकरी पाने वाले तमाम युवा बेरोजगार हो गए। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने बैकडोर भर्ती की तमाम नियुक्तियों को रदद कर दिया था। जिसके बाद उत्तराखंड में बेरोजगारों की संख्या में इजाफा हुआ। बेरोजगारों की सूची में नए—नए शामिल बेरोजगार युवाओं को अभी तक निलंबन पत्र नही मिला है। सूत्रों से जानकारी मिल रही कि नौकरी से निलंबित होने के बाद ये तमाम बेरोजगार बड़ा आंदोलन करने की तैयारी में है।
उत्तराखंड में विधानसभा की बैकडोर भर्ती का प्रकरण उछला तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी को जांच करने के लिए पत्र दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने जांच कराई तो नियुक्तियों में अनियमितता पाई गई। जिसके बाद करीब 250 से अधिक नियुक्तियों को रदद कर दिया गया। जबकि कुछ स्थायी होने के चलते नौकरी बचाने में कामयाब रहे। ऐसे में दो विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल और प्रेमचंद्र के कार्यकाल की नियुक्तियों ही रदद हो पाई। जबकि इससे पूर्व के नियुक्तियों पर मामला अधर में लटका हुआ है। सूत्रों ने बताया कि नौकरी से निकाले गए बेरोजगार निलंबन पत्र का इंतजार कर रहे है। जिसके बाद कोर्ट की शरण लेगे। वही दूसरी ओर विधानसभा में नौकरी कर रहे कुछ लोगों की फर्जी डिग्री का भी खुलासा करने की तैयारी में है।