नवीन चौहान
हरिद्वार। बिहार सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा ने नम आंखों से अपनी धर्म पत्नी बीना मिश्रा के पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई खड़खड़ी स्थित श्मशान घाट पर दी। बीना मिश्रा के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि बड़े सुपुत्र डॉ संजीव मिश्रा ने दी। बीना मिश्रा को बीमारी के चलते दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को मां गंगा की गोद में हरिद्वार लाया गया। जहां दाह संस्कार की रस्म पूरी की गई। हरिद्वार मेयर मनोज गर्ग ने खड़खड़ी श्मशान घाट पर पहुंचकर शोकाकुल परिवार का ढाढंस बधाया और श्रद्धासुमन अर्पित किये।
बिहार सरकार में तीन बार मुख्यमंत्री रहे जगन्नाथ मिश्रा का सार्वजनिक जीवन जनता की सेवा में गुजरा। उन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री बनकर बिहार की जनता की सेवा की। इसके अलावा दो बार भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहकर देश सेवा का कार्य किया। जगन्नाथ मिश्रा का विवाह बीना मिश्रा से हुआ। बीना मिश्रा ने अपने पति जगन्नाथ मिश्रा के राजनैतिक कैरियर को ऊंचाईयों में ले जाने के लिये कदम से कदम मिलाकर साथ दिया। उनके तीन पुत्र हुये। सबसे बड़े पुत्र डॉ संजीव मिश्रा, भारत सरकार में वित्तीय सलाहकार के पद पर कार्यरत है। जबकि दूसरे पुत्र मनीष मिश्रा एक सफल बिजनेस के तौर पर कार्य कर रहे है और तीसरे पुत्र नितीश मिश्रा बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे हैं वह राजनीति के क्षेत्र में है। सोमवार 22 जनवरी को मेदांता अस्पताल में जगन्नाथ मिश्रा की धर्म पत्नी का निधन हो गया। शोकाकुल परिवार मंगलवार को बीना मिश्रा जी के पार्थिव शरीर को लेकर हरिद्वार पहुंचे। जहां खड़खड़ी श्मशान घाट पर उनको नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। जिसके बाद पूरे परिवार ने वीआईवी घाट पहुंचकर गंगा स्नान किया। इस दौरान बिहार के सांसद विजय मिश्रा रहे। भारत सरकार के वित्तीय सलाहकार डॉ संजीव मिश्रा के स्टॉफ ऑफिसर रामा रमन पांडेय ने जानकारी देते हुये बताया कि अंतिम संस्कार का कार्य पूरा करने के बाद परिवार दिल्ली रवाना हो गया है। मेयर मनोज गर्ग के साथ श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में चन्द्रकान्त पाण्डेय, सुमित भार्गव, अनिल पुरी, विपिन शर्मा, अनिरूद्ध भाटी, दीपांशु विद्यार्थी और दीपक नाथ गोस्वामी मौजूद रहे।