मेयर के इस्तीफे को भाजपा पार्षदों ने बताया नौटंकी और गीदड़ भभकी, कहा दे दो इस्तीफा




गगन नामदेव
भाजपा पार्षदों ने मेयर पति के इस्तीफा देने की सोशल मीडिया को पोस्ट को नौटंकी और गीदड़ भभकी करार दिया है। पार्षदों ने कहा कि मेयर की असफलताएं छुपाने के लिए इस्तीफे की नौटंकी कर रहे हैं। भाजपा पार्षद दल ने प्रदेश सरकार से मेयर अनिता शर्मा व मेयरपति अशोक शर्मा के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की है।
बताते चले कि मेयर पति अशोक शर्मा ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से अपनी धर्मपत्नी हरिद्वार की मेयर अनिता शर्मा का इस्तीफा दिलाने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद भाजपा पार्षद दल ने कनखल में एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में भाजपा पार्षदों ने प्रदेश सरकार से मेयर व मेयर पति के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनकी जांच कराने की मांग की। भाजपा पार्षद दल के नेता सुनील अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम का संचालन करने में मेयर विफल साबित हुई हैं। मेयर व मेयरपति ने अपने कार्यालय को भ्रष्टाचार व कमीशन खोरी का अड्डा बना दिया है। शहर की सफाई व पथ प्रकाश व्यवस्था को बदहाल स्थिति में पहुंच चुकी है। मेयरपति अब मेयर के इस्तीफे की नौटंकी रच रहे हैं। जिसे भाजपा पार्षद दल बर्दाश्त नहीं करेगा। पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि मेयर का दो वर्ष का कार्यकाल नाकामियों से भरा साबित हुआ है। केन्द्र व प्रदेश सरकार हरिद्वार के चहुंमुखी विकास के लिए अनेक योजनाएं धरातल पर उतारने का कार्य कर रही है। वहीं मेयर व मेयरपति अपनी प्रशासनिक विफलताओं व भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने हेतु राजनीतिक ड्रामेबाजी में व्यस्त रहते हैं। शहर में विकास कार्य करना तो दूर सफाई व पथ प्रकाश व्यवस्था को सुचारू करने में भी मेयर नाकाम साबित हुई हैं। मेयरपति की अत्याधिक दखलअंदाजी के चलते जहां नगर निगम के कार्य बाधित हो रहे हैं वहीं अपने पति के दवाब में मेयर विकास कार्य को अंजाम देने के स्थान पर आकंठ भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, यदि मेयर व मेयरपति अपनी नाकामियों पर शर्मिंदा हैं तो उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए यही उनके व हरिद्वारवासियों के हित में रहेगा।

भाजपा के पार्षद मेयर अनीता शर्मा के खिलाफ बैठक करते हुए

भाजपा पार्षद दल के उपनेता राजेश शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार सोशल मीडिया में मेयर के इस्तीफे देने का माहौल उनके पति बना रहे हैं उससे साबित होता है कि नगर निगम का संचालन उनके वश में नहीं हैं। जिस आशा व विश्वास के साथ हरिद्वारवासियों ने उन्हें मेयर जैसे सम्मानित पद पर बैठाया था उसके साथ न्याय करने में तो वह विफल साबित हुई हैं साथ ही उन्हें अब अपने पति की राजनीतिक महत्वकांक्षाओं व भ्रष्टाचार का खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है। उन्हें हरिद्वारवासियों की जरा सी भी चिंता है तो उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। नगर निगम के महापौर हेतु तुरंत चुनाव होना चाहिए जिससे हरिद्वार की जनता अपने मेयर के रूप में ऐसे व्यक्ति को चुने जो उनकी आकांक्षाओं को पूरा करते हुए हरिद्वार का समग्र विकास कर सके।

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भाजपा पार्षद दल ने सर्वसम्मति से मेयर व मेयरपति के भ्रष्टाचार की जांच की मांग प्रदेश सरकार से कराने का प्रस्ताव पारित किया।
इस अवसर पर पार्षद सुनीता शर्मा, अनिल वशिष्ठ, विकास कुमार विक्की, विनित जौली, किरण जैसल, ललित रावत, विवेक उनियाल, आशा सारस्वत, मोनिका सैनी, पिंकी चैधरी, रेनू अरोड़ा, सचिन अग्रवाल, नितिन माणा, प्रशांत सैनी, शुभम मंदौला, पीएस गिल, राधेकृष्ण शर्मा, एकता गुप्ता, कमल बृजवासी, किशन बजाज, योगेन्द्र अग्रवाल, सुरेश शर्मा, गौरव भाटिया, गौरव बांगा समेत समस्त भाजपा पार्षद उपस्थित रहे।



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