bribery inspector : पाप धोने के लिए गंगा की गोद में ऋषिकेश





काजल राजपूत
रिश्वतखोर दारोगा ने वर्दी में खूब पाप किए। थाने में पहुंचने वाले पीड़ितों से खूब वसूली की। कानून की धज्जियां उड़ाकर अपनी औलाद के लिए धन बटोरता रहा। लेकिन अब रिटायरमेंट होने के बाद अपने पाप को धोने के लिए गंगा की शरण में आया है। आए दिन हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचकर अपने गुनाहों की माफी मांगता है। सूत्रों ने बताया कि उसकी जिंदगी में कुछ भी ठीक नही चल रहा है। जिसके लिए पाप की दौलत कमाई, वही औलाद उसके खिलाफ है।
जी हां यह सच्चाई है। यूपी पुलिस के एक दारोगा की। उसने लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए वर्दी पहनी थी। कानून का अनुपालन करने की शपथ ली थी। जनता की सेवा करने का संकल्प लिया। लेकिन वर्दी के रसूक ने उसके दिमाग को पूरी तरह से खराब कर दिया। वह जनता को अपना गुलाम समझने लगा। थाने में पहुंचने वाले पीड़ितों से ही उगाही करने लगा। उसकी धमक निर्दोष और बेगुनाह लोगों पर कहर बनकर टूटने लगी। इन्ही गरीबों की बददुआ ने दारोगा की जिंदगी में भूचाल ला दिया है। रिटायरमेंट के बाद से उसके जीवन में अशांति है। यूपी पुलिस का यह दारोगा यूं तो कई जनपदों में तैनात रहा। लेकिन बिजनौर जिले में उसकी पोस्टिंग सबसे ज्यादा चर्चाओं में रही। बिजनौर की भोली भाली ग्रामीण परिवेश की जनता का सबसे ज्यादा उत्पीड़न किया। एक पीड़ित ने दारोगा की करतूतों के कई खुलासे किए है। बताया कि यह दारोगा बड़ा ही बेरहम था। गरीबों पर खूब जुल्म करता था। थाने में कोई भी शिकायत लेकर जाए तो उसकी जेब गरम करनी पड़ती थी।
फिलहाल यह दारोगा पुलिस विभाग से रिटायर हो चुका है। उसने नोयडा में आलीशान घर बनाया हुआ है। और उसके नाम पर प्रकाश जुड़ा होने के बाद भी जीवन में अशांति और अंधेरा छाया हुआ है। इसी के लिए वह लगातार हरिद्वार और ऋषिकेश के चक्कर लगाकर अपने पाप को धोने में लगा है।
शेष अगली किस्त में



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