नवीन चौहान
हरिद्वार में जमीन के नीचे से अचानक आग निकलने लगी। आग लगने का कारण भूमिगत विद्युत लाइन लाइन बिछाने के दौरान भूमिगत गैस लाइन क्षतिग्रस्त हो जाना बताया गया। आग लगने से अफरा—तफरी मच गई। आनन— फानन में फायर बिग्रेड को सूचना दी गई। फायर बिग्रेड की टीम ने आग को काबू किया। आग लगने से दो पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए। गनीमत रही कि इस दौरान आग ने विकराल रूप धारण नही किया और आग की चपेट में कोई इंसान नही आया। दुर्घटना रानीपुर की विवेक विहार कालोनी में हुई। इस दुर्घटना ने बिजली विभाग और भूमिगत गैस पाइन लाइन बिछाने वाली कंपनी के बीच समन्वय ना होने की पोल खोल दी। जानकारी मिली कि गैस पाइन लाइन के बेहद करीब ही बिजली की भूमिगत लाइन बिछा दी गई।
हरिद्वार में करीब दो साल पूर्व भूमिगत गैस पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया गया था। लोगों के घरों में गैस की फीटिंग तक कर दी गई। वही केंद्र सरकार ने हरिद्वार में भूमिगत बिजली सप्लाई के ड्रीम प्रोजेक्ट को शुरू कराया। जिसके चलते बिजली विभाग के संबंधित ठेकेदार भूमिगत बिजली सप्लाई करने के लिए कार्य कर रहे है। इसी क्रम में रानीपुर की विवेक विहार कालोनी में गडढ़ा खोदकर बिजली की केबिल डाली गई। बिजली की केबिल गैस पाइप लाइन से करीब आधा मीटर की दूरी पर बताई गई है। इस आग लगने की घटना ने दोनों विभागों के बीच समन्वय की पोल खोल दी है। आखिरकार बिजली विभाग के संबंधित ठेकेदार को गैस पाइप लाइन परियोजना के संबंधित अधिकारियों से जानकारी करने के बाद ही निश्चित दूरी पर कार्य करना चाहिए था।