नवीन चौहान
कोरोना की मार से लघु व्यापारियों या स्वरोजगार को उबारने के लिए हरिद्वार जनपद में लगाए मेलों में अभी तक ग्राहकों की संख्या कम रही हैं। हालांकि अभी मेला सुचारू हैं, दीपावली तक उम्मीद है कि खरीदारी होगी। जिलाधिकारी सी रविशंकर लगातार मेलों में जनता को आमंत्रित करने के लिए प्रचार प्रसार भी करवा रहे हैं, स्वयं भी मेले में लगातार जा रहे हैं।
हरिद्वार में मेला लगाने का मकसद था कि गरीबों का उत्थान हो और उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा सके। उत्तराखंड सरकार की मुहिम को सफल बनाने के लिए हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर ने जनपद में विभिन्न अलग—अलग स्थानों पर मेले का आयोजन कराया। हरिद्वार में ऋषिकुल मैदान और भेल सेक्टर चार में लगवाया गया।
इन मेलों में दुकान लगाने के लिए निशुल्क स्टॉल उपलब्ध कराए गए। मेेले में स्वदेशी उत्पादों को ही बेचने की अनुमति दी गई। मेले में अच्छी कारीगरी के कपड़े, घरेलू सामान आदि है। जिला प्रशासन ने मेले का खूब प्रचार किया। शहर में बैनर होर्डिंग भी लगवाएं, लेकिन खरीदार उम्मीद के मुताबिक नहीं पहुंच रहे हैं। अब इन दुकानदारों का मनोबल बढ़ाने के लिए जनता के सहयोग की जरूरत है। जनता मेले का भ्रमण करें और अपनी आवश्यकता अनुसार सामान की खरीदारी करें। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने भी जनता से अपील की है कि वे मेले में पहुंचकर सामान खरीदे, ताकि इन दुकानदारों के घर में दीपावली की खुशियां मनाई जा सके।
मेले में इन सामानों की लगी हुईं हैं दुकानें
मेले में गर्म कपड़े, दीपावली की सजावट, दीये, घर की सजावट के सामान, लकड़ी के सामान, चटाई आदि की दुकानें लगी हुई है। इन्हीं के साथ खाने पीने की भी दुकानें लगी हुई हैं।
बच्चों के लिए झूले
मेले में बच्चों के लिए खेलने के लिए झूले लगे हुए हैं। इसी के साथ मनोरंजन के लिए अन्य भी सामान उपलब्ध है।