भुप्पी हत्याकांड के आरोपी सौरभ और गौरव के रसूक से बेवस थी खाकी, अब किसको डर




नवीन चौहान
प्रॉपटी डीलर भूपेंद्र उर्फ भुप्पी हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी सौरभ और गौरव गुप्ता के सामने खाकी पूरी तरह से बेवस थी। इन दोनों भाईयों ने शिवसेना पार्टी का झंडा उठाने के नाम पर गरीब लोगों पर खूब कहर बरपाया। किसी को जमीन दिखाकर पैंसे हड़पे तो किसी को बहन बनाकर रिश्तों में धोखा दिया। उसी बहन के करीब 35 लाख हड़प लिए। दोनों भाईयों की करतूतों से हल्द्वानी के तमाम लोग पीड़ित है। लेकिन आए दिन पुलिस के जवानों के साथ गलबहियां करने के चलते पीड़ितों की सुनवाई थाने में नहीं होती थी। फिलहाल दोनों भाई जेल की सलाखों के पीछे है तो पीड़ित भी चीख—चीखकर अपना दर्द बयां कर रहे है। हालांकि कुछ पीड़ितों को इस हत्याकांड के बाद अपनी जिंदगी का डर सताने लगा है। पीड़ितो को भय है कि जेल से जमानत मिलने के बाद अगला निशाना उन पर ना हो। ऐसे में हल्द्वानी पुलिस की सबसे बड़ी जिम्मेदारी सौरभ और गौरव के कारनामों से परेशान पीड़ितों की सुरक्षा करने की भी बन गई है।
हल्द्वानी में दुस्साहस की पराकाष्ठा दिखाते हुए शिवसेना से जुड़े दो भाई सौरभ गुप्ता और गौरव गुप्ता ने एक प्रॉपटी डीलर भूपेंद्र उर्फ भुप्पी की सरेबाजार हत्या कर दी। दोनों भाईयों ने भुप्पी पर गोलियां बरपाई, जिसके चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हत्याकांड के बाद पूरे हल्द्वानी में उबाल आ गया। सैकड़ों की संख्या में जनता सड़कों पर आ गई। मृतक के परिजनों के समर्थन में काफी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन् किया और कोतवाली में शव रखकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। एसएसपी सुनील मीणा ने पीड़ित परिजनों को भरोसा दिया और एक आरोपी सौरभ को गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी मिली। वही दूसरे आरोपी गौरव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हत्याकांड को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए राहत की बात हो सकती है। लेकिन उन तमाम लोगों के लिए खतरे की घंटी है। जिनका विवाद आरोपी सौरभ और गौरव है। सभी लोगों को एक चिंता है कि जेल से जमानत मिलने के बाद ये दोनों भाई अगला निशाना किस पर लगाएगे। हालांकि पूरे प्रकरण के बाद क्षेत्र के पीड़ित जनता को इन दोनों भाईयों के पुलिस से संबंध को लेकर भी चिंता है।
आरोपी सौरभ और गौरव दोनों भाई शिवसेना से जुड़े होने के साथ भाजपा के तमाम बड़े नेताओं के कार्यक्रम में शामिल होते थे। भाजपाईयों के साथ फोटो को सोशल मीडिया पर अपलोड करके अपना रसूक जाहिर करते थे। फेसबुक पर अपने स्टेटस में सौरभ ने लिखा है कि कुछ देर की खामोशी फिर शोर आएगा। तुम्हारा तो वक्त आया है, हमारा दौर आएगा। कुछ इन तेवर के साथ वह अपने इरादे जाहिर करते रहे है। यही तमाम वो कारण है कि जिसके चलते क्षेत्र की जनता दोनों आरोपियों के जेल जाने के बाद भी डर के साए में जीने को विवश है।



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